Big action: जयपुर के दूदू में जल जीवन मिशन में फर्जीवाड़े पर जलदाय विभाग ने तीन इंजीनियर्स को सस्पेंड कर दिया.मीडिया ने जून 2021 में पूरे मामले का खुलासा किया था, जिसके बाद में तत्कालीन एक्सईएन,एईएन और जेईएन को जलदाय विभाग ने निलंबित कर दिया.इंजीनियर्स ने वर्कआर्डर से पहले ही काम शुरू करवाया था.


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बिना वर्कआर्डर 18 करोड के काम चालू
पीएचईडी ने दूदू के जल जीवन मिशन में तीन इंजीनियर्स को संस्पेंड कर दिया है.तत्कालीन एक्सईएन योंगेंद्र सिंह,एईएन दीपेंद्र कुमार और जेईएन युधिष्टर कुमार को जलदाय विभाग ने निलंबित कर दिया.तीनो इंजीनियर्स ने जिम्मेदार फर्म यादव कंस्ट्रक्शन के साथ मिलकर बिना वर्कआर्डर से 3 महीने पहले ही काम शुरू किया.


यादव कंस्ट्रक्शन ने नियमों को दरकिनार करते हुए 18 करोड की टंकियों और पाइप लाइन डालने का काम शुरू किया था.पूरे खबर पर प्रसारित हुई तो तत्कालीन एसीएस सुधांशु पंत ने जांच कमेटी बैठाई थी.


13 गांवों में फर्म का फर्जीवाड़ा
चीफ इंजीनियर अर्बन की रिपोर्ट के बाद में तीनों इंजीनियर्स पर तो गाज गिर गई,लेकिन अभी भी जिम्मेदार फर्म यादव कंस्ट्रक्शन पर कार्रवाई का इतंजार है.जल जीवन मिशन के चीफ इंजीनियर आरके मीणा ने उस समय फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने की सलाह दी थी.


इंजीनियर्स पर कार्रवाई के बाद में अब जलदाय विभाग फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने की तैयारी कर रहा है.फर्म ने 13 गांवों में बिना वर्कआर्डर के टंकियों का निर्माण कार्य किया था.


जलदाय विभाग का साफ संदेश
जलदाय विभाग ने इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए साफ संदेश दिया है कि दोषी इंजीनियर्स को किसी सूरत में बख्क्षा नहीं जाएगा,उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.ऐसे में अब देखना होगा कि यादव कंस्ट्रक्शन कब गाज गिरेगी?


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