Rajasthan News: BJP में संगठन चुनाव चल रहे हैं. इन चुनाव के जरिए संगठन मजबूत करना है और पार्टी का टारगेट अगला विधानसभा और लोकसभा चुनाव है. फिलहाल बीजेपी में 52 हजार बूथों में से 41 हजार पर कमेटियां गठित की जा चुकी हैं. 


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80 प्रतिशत से ज्यादा बूथों पर कमेटियां बन चुकी है. जनवरी के पहले सप्ताह में मंडल जिला और दूसरे सप्ताह में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा.



 दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी में सदस्यता अभियान के बाद अब संगठन चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. बीजेपी में बूथ कमेटियों का गठन कर लिया गया है. एक बूथ कमेटी में 11 सदस्यीय समिति बनाई गई है.



प्रदेश में पहले 51 हजार 735 बूथ थे, जो इस बार 52 हजार 177 हो गए हैं. इन 52 हजार 177 बूथों में से 41 हजार 199 बूथों पर बीजेपी की समितियों का गठन हो गया है. बीजेपी प्रदेश चुनाव अधिकारी पूर्व सांसद नारायणलाल पंचारिया का कहना है कि कुछ बूथों के गठन होने में तकलीफ आ रही है, लेकिन कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों को 2 दिन का समय दिया है, उनमें भी समितियों का गठन कर लिया जाएगा.



पंचारिया ने कहा कि संगठन चुनाव में पूरी पारदर्शिता बरती गई और सर्वसम्मति से बूथ समितियों का गठन किया गया. प्रदेश के सभी 44 जिलों में चुनाव अधिकारी बनाए गए. इसके बाद विधानसभा क्षेत्रवार चुनाव अधिकारी बनाए तथा शक्ति केंद्र में संगठन पर्व सहयोगी तय किए. जहां भी बूथ समिति की बैठक हुई वहां का फोटो खींचकर केंद्रीय संगठन को भेजा गया.



उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए एक-एक बूथ का फोटो लिया और निर्धारित फॉर्मेट भरकर भेजा गया. पंचारिया का कहना है कि बूथ कमेटियों के बाद अब मंडल के चुनाव कराए जा रहे हैं.  प्रदेश के सभी 1100 से ज्यादा मंडलों में 30 दिसम्बर तक अध्यक्ष चुन लिए जाएंगे.



सूत्रों का कहना है कि मंडल अध्यक्ष चुनावों के लिए तीन तीन नाम मांगे जा रहे हैं. इन तीन नामों में से एक नाम पर सर्वसम्मति बनाई जाएगी. 30 दिसम्बर तक राजस्थान में जिलों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए. एक दो दिन बाद जिले की चुनाव प्रक्रिया कर लेंगे. जनवरी में प्रथम या दूसरे सप्ताह में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव कराया जाएगा.



बीजेपी की नजर अगले विधानसभा लोकसभा चुनाव पर



संगठनात्मक चुनाव के जरिए बीजेपी संगठन को मजबूत कर रही है, वहीं उसकी नजर अगले विधानसभा और लोकसभा चुनावों पर भी है.



प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी नारायण लाल पंचारिया ने कहा, '' मंडल और जिला अध्यक्षों का चुनाव इस प्रकार किया जा रहा है कि वो वर्ष 2028 विधानसभा तथा 2029 में होने वाले लोकसभा चुनावों तक एक्टिव रहकर काम कर सकें.



मंडल के चुनाव इस प्रकार से रचना करेंगे पार्टी के लिए वफादार और पार्टी के प्रति निष्ठा है उसका ही चयन किया जाए. जिले के 50 प्रतिशत मंडल चुनाव आवश्यक है, लेकिन हम 70 प्रतिशत चुनाव करके ही मंडल का चुनाव करेंगे.



संगठन चुनाव में सर्वसम्मति बनाने के पीछे भी यही तर्क है कि सब मिलकर काम करेंगे तो संगठन मजबूत होगा और चुनाव में किसी प्रकार विवाद नहीं होगा. सक्रिय लोगों को आगे बढ़ाया जाएगा, वहीं निष्क्रिय लोगों को मोर्चों या अन्य दूसरे कार्यों में लगाया जाएगा.''