Jaipur: भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ राजधानी जयपुर में जंगी प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत सचिवालय कूच किया. पुलिस ने स्टेच्यू सर्किल पर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोका तो दोनों के बीच झड़प हो गई. 


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पुलिस ने पांच छह बार वॉटर केनन का प्रयोग कर तथा हल्के बल प्रयोग से कार्यकर्ताओं को खदेड़ा. पुलिस के साथ धक्का-मुक्की में कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें भी आईं. इसके बाद बीजेपी नेताओं को कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारियां दी. इससे पहले बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि आज के महाघेराव के बाद सरकार की विदाई तय है, अनेकों बार सरकार को जगाने का कार्य किया, लेकिन अब विदाई का समय आ गया.


इन नेताओं ने दी गिरफ्तारी


इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, सांसद सुमेधानंद सहित बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने गिरफ्तारियां दीं.


प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था, पेपरलीक, महिला, बच्चियों से दुष्कर्म, दलित अत्याचार, किसान कर्ज माफी सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ ''नहीं सहेगा राजस्थान'' अभियान शुरू किया था. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 16 जुलाई को बीलवा में अभियान को शुरू किया था. अभियान के समापन पर बीजेपी ने एक अगस्त को सचिवालय घेराव की घोषणा की थी. इसके लिए बीजेपी नेताओं ने एक लाख से ज्यादा कार्यकर्ता और जनता के आने की बात कही और जयपुर चलो का नारा दिया. इसको लेकर पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर इस कार्यक्रम में पहुंचने का आह्वान किया था.


गहलोत सरकार को जनता सिखाएगी सबक


इधर सचिवालय घेराव से पहले प्रदेश बीजेपी कार्यालय के बाहर सभा आयोजित की गई. सभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा- आज के प्रदर्शन में आया एक-एक कार्यकर्ता गहलोत सरकार के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम करेगा. वहीं, राजस्थान की जनता सीएम अशोक गहलोत के दोनों पैरों में बंधी पट्टियां खोलने का काम करेगी. राठौड़ ने कहा कि क्यों सहेगा राजस्थान, मीरां और पद्मनी की धरती पर आज दुष्कर्म हो रहे हैं. मंत्री विधानसभा में कहते है यह मर्दों का प्रदेश है.कौन है वो लोग जो लाल डायरी के रहस्य को सामने नहीं आने दे रहे हैं. शर्म आनी चाहिए इस सरकार को रामनवमी के जुलूस पर रोक लगाती है और PFI को कोटा में रैली की अनुमति दी जाती है.


बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जाेशी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आज के महाघेराव के बाद सरकार की विदाई तय, अनेकों बार सरकार को जगाने का कार्य किया, लेकिन अब विदाई का समय आ गय. जोशी ने कहा कि सीएम की ऐसी क्या मजबूरी थी जब गुढ़ा ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तब कार्रवाई नहीं की, लेकिन लाल डायरी का मुद्दा आया तब बर्खास्त ही कर दिया.



मुख्यमंत्री की चोट पर कसा तंज


गजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री के पैरों में चोट पर कटाक्ष करते हुए कि सरकार पंक्चर हो गई, अब बदलनी पड़ेगी. शेखावत ने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि सरकार को उखाड़ फेंकने तक चुप नहीं बैठेंगे. उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. आज इस सरकार की विदाई लिख दी जाएगी.


सभा के बाद कार्यकर्ताओं ने बीजेपी दफ्तार के बाहर से सचिवालय की ओर कूच किया. इस दौरान नेता एक खुले वाहन में सवार होकर चल रहे थे. स्टेच्यू सर्किल पर पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ दी. हालांकि स्टे्च्यू सर्किल के सचिवालय की तरफ के दरवाजे पर पांच स्तरीय बेरिकेडिंग के साथ ही एक दर्जन स्तरों पर पुलिसकर्मियों की दीवार बनाई गई थी. बीजेपी नेता आगे बढ़े तो कार्यकर्ताओं में जोश आया.


तीश पूनियां की पुलिसकर्मियों से झड़प


इस उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हो गई. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया. पानी की तेज बौछारों से कार्यकर्ता एक बारगी पीछे हटे, लेकिन कुछ समय बाद फिर पुलिसकर्मियों के साथ संघर्ष करते रहे. करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्षी सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सांसद बालक नाथ, सुमेधानंद सरस्वती सहित प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी.


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