जयपुर: राज्यसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का ने बड़ा बयान दिया है. भगवान सिंह बाबा ने कहा कि बसपा के सभी विधायक कांग्रेस और बीजेपी का समर्थन नहीं करें. बाबा ने इसके लिए व्हिप जारी किया है. इसके साथ ही व्हिप का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है.


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प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि अगर व्हिप का उल्लंघन किया तो बसपा विधायकों की सदस्यता रद्द कराने की मांग पार्टी करेगी. बाबा ने कहा कि अगर बसपा विधायकों ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया तो पार्टी सख्त एक्शन लेगी. पार्टी सुप्रीम कोर्ट तक भी इस मामले को लेकर जाएगी. बसपा के विधायक कांग्रेस के साथ विलय होकर मतदान करना चाह रहे थे, लेकिन पार्टी ने रोक लगा दी है. ऐसे में अब विधायक चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकते हैं.  


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सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला


राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले प्रदेश में बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय का मामला गहराता जा रहा है. बसपा विधायकों के विलय को असंवैधानिक करार की याचिका राजस्थान हाईकोर्ट से खारिज होने के बाद वकील हेमंत नाहटा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और सुप्रीम कोर्ट से तत्काल सुनवाई करने की गुहार लगाई, लेकिन शीर्ष अदालत ने दायर याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल रूप से सुनवाई करने से साफ इंकार कर दिया. 


 बसपा के छह विधायकों के मतदान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. याचिका में बसपा विधायकों को कांग्रेस के विधायकों के रूप में वोट करने से रोकने की गुहार लगाई गई थी. साथ ही विधायक राजेंद्र गुढ़ा, लाखन सिंह, वाजिब अली, संदीप यादव दीपचंद, जोगेंद्र सिंह अवाना के बसपा से कांग्रेस में विलय को असंवैधानिक घोषित करने की मांग भी की गई है.


10 जून को राज्यसभा का चुनाव


बता दें कि राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून (शुक्रवार) को मतदान होना है. कांग्रेस और बीजेपी के विधायक बाड़ेबंदी में हैं.