विधायक के साथ बदसलूकी का मामला, टोलकर्मियों के पुलिस सत्यापन की मांग
उल्लेखनीय है कि मनोहरपुर से दौसा जाते समय रास्ते में टोल पर अलवर विधायक संजय शर्मा के साथ बदतमीजी की गई.
Jaipur: टोलकर्मियों के विधायक से बदसलूकी का मामला प्रदेश भाजपा के आला नेताओं तक पहुंच गया. विधायक संजय शर्मा ने पार्टी नेताओं को मामले की पूरी जानकारी दी तथा प्रदेश के सभी टोलकर्मियों के पुलिस सत्यापन की मांग की.
उल्लेखनीय है कि मनोहरपुर से दौसा जाते समय रास्ते में टोल पर अलवर विधायक संजय शर्मा के साथ बदतमीजी की गई. विधायक दल की बैठक के लिए प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे विधायक संजय शर्मा ने जी मीडिया से बातचीत में कहा कि टोलकर्मियों ने मुझे रोककर कार्ड मांगा, तो मैने दिखा दिया. मेरे आईडी कार्ड दिखाने भी टोल कर्मी नहीं माने.
विधायक ने कहा कि मुझसे कहा कि यह 15 वीं विधानसभा का पास है, अभी 17 वीं विधानसभा चल रही है. मैनें कहा कि विधानसभा अध्यक्ष व सचिव ही बता सकते हैं कि विधानसभा आईडेंटी कार्ड कब का है. कोर्ड को फर्जी बताने लगे. मैने स्पष्टीकरण दिया, लेकिन वो मेरी एक भी सुनने को तैयार नहीं थे. वो लोग अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने लगे. मैंने मैनेजर को बुलाने के लिए बोला तो उन्होंने कहा कि तेरी औकात नहीं है जो उन्हें यहां बुलाएं. कुछ देर बाद मैनेजर आया तो उसने कहा कि अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाला टोलकर्मी नहीं है. वह फास्टटैग का कर्मचारी है.
इस पर विधायक ने DGP व एसपी को पूरे मामले की जानकारी दी. संजय शर्मा ने कहा कि इससे साफ लगता है कि टोल पर अवैध कर्मचारी बैठे रहते हैं. ऐसे में सभी टोलकर्मियों का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना चाहिए. विधायक ने कहा कि हो सकता है कोई अपराधी या माफिया किस्म के लोग किसी वारदात के लिए रैकी कर रहे हों पता ही नहीं चले. पुलिस को इन तमाम बाताें की तहकीकात करनी चाहिए.
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