Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य की बतायी गयी नीतियों का नीति शास्त्र में विस्तृत विवरण हैं. इन नीतियों का पालन करने पर जीवन का 
हर सुख स्त्री पुरुष भोग सकते हैं. लेकिन अगर पुरुष ये सुख स्त्री को ना दे सकें तो फिर वो हमेशा कंगाल ही रहता है और समाज में भी उसका सम्मान नहीं मिलता है.


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चाणक्य नीति में बताया गया है कि अगर कोई पुरुष ये 3 आदतें नहीं छोड़ेगा और स्त्री को सुख नहीं देगा तो पूरी जिंदगी उसके पास धन नहीं होगा और वो 
पाई पाई को मोहताज हो जायेगा.


वासना
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर कोई पुरुष अपनी स्त्री के बजाय दूसरी स्त्री के प्रति मोह रखें. तो ऐसे पुरुष से मां लक्ष्मी हमेशा नाराज रहती हैं. ऐसा पुरुष
अगर थोड़े वक्त के लिए धन और मान सम्मान पा भी लें तो वो क्षणिक ही होता है. क्योंकि घर की लक्ष्मी को खुशी रखना एक पुरुष का दायित्व है और अगर
वो इसे पुरा नहीं कर सकता है तो घर में सुख शांति नहीं होगी.


आलस
जो पुरुष आलस्य का त्याग नहीं कर पाये. उसके घर में घन की कमी रहती है. मां लक्ष्मी ऐसे किसी गृह में प्रवेश नहीं करती जहां आलस्य का घर हो. ऐसे
लोग कर्ज में डूबे हुए होते हैं और अपनी स्त्री को दुख ही देते हैं.


लालच
जो पुरुष लालची होता है. वो हर चीज का लालच करता है. वो चाहे भौतिक सुख हो या शारीरिक सुख. दूसरों पर उसकी दृष्टि हमेशा कटुल ही होती है. ऐसे 
पुरुष के भी जल्दी कंगाल होने की आंशका रहती है. क्योंकि ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी खिन्न रहती है.


बुरी वाणी
अपनी स्त्री को नीचा दिखाना और बुरे शब्दों का प्रयोग करने वाला पुरुष कभी भी कामियाब नहीं हो सकता. ऐसे पुरुष घर के बुजुर्गों को भी सम्मान नहीं 
करते और पाप के भागी बनते हैं. ऐसे पुरुष हमेशा जिंदगी में किसी ना किसी परेशानी में ही उलझे रहते हैं.


कुलमिलाकर आचार्य चाणक्यन ने बताया है कि अगर काम-लोभ-आलस्य और कुटभाषा को कोई पुरुष त्याग दे तो उसे सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ने से 
कोई नहीं रोक सकता है.  ऐसे ही लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. ऐसा  पुरुष हर जगह सम्मान पाता है.


Chanakya Niti : शादी के बाद पुरुष क्यों करने लगता है दूसरी स्त्री की तलाश, जानें क्या कहती है चाणक्य नीति