Jaipur : राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर की ओर से राजस्थान यूनिवर्सिटी के कन्वेंशन सेंटर में शैक्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अंधेरमय रहता है. समाज के उत्थान में शिक्षकों की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होती है. डॉ.अम्बेडकर ने भी समाज को संगठित रहो, शिक्षित बनो, संघर्ष करो का नारा दिया था. महात्मा गांधी और डॉ.अम्बेडकर के जीवन संघर्षों से समाज को प्रेरणा मिलती है.


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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से आज प्रदेश सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है. चिरंजीवी योजना से आमजन को महंगे इलाज की चिंता से मुक्ति मिली है. इसके अंतर्गत 10 लाख तक का इलाज निःशुल्क कर दिया गया है. अंग प्रत्यारोपण जैसे जटिल उपचारों में 10 लाख की सीमा समाप्त कर दी गई है. सभी प्रकार की दवाइयां और महंगी जांचें भी निःशुल्क कर दी गई हैं. इसके अतिरिक्त प्रदेशवासियों को 5 लाख का दुर्घटना बीमा भी दिया जा रहा है. इन योजनाओं से स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान एक मॉडल स्टेट बनकर उभरा है.


कार्यक्रम में मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी आज भेदभाव दलितों के साथ किया जा रहा है. आज भी दलित दुल्हों को घोड़ी से उतारने की घटनाएं सामने आना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार, भाजपा और आरएसएस पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग दिन रात जहर फैलाने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने आजादी में महात्मा गांधी का योगदान बताते हुए गोडसे को पहला आतंकवादी बताया. उन्होंने कहा कि वह नरभक्रक्षी था. आज देश का संविधान खतरे में हैं.


आरएसएस ने पार्लियामेंट के सामने संविधान जलाया. आज भी मंदिरों में दलितों को घुसने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुसलमान एक थाली में 100 लोग खाना लेते हैं. हमें उनसे सीखने की जरूरत है. उन्होंने अर्जुनराम मेघवाल पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने भाभी जी के पापड़ खाओ और कोरोना भगाओं का फॉर्मला दिया. उन्होंने कहा कि यह संविधान की ही देन है कि चार चार कैबिनेट मंत्री सरकार ने बनाए. आज अपने और पराए को समझने की जरूरत है. इस दौरान उन्होंने मंच से कांग्रेस जिंदाबाद के भी नारे लगवाए.


मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि आज आपको यह समझना पड़ेगा कि कौन कौन अंबेडकर के संविधान को मानता है और कौन कौन समानांतर संविधान खड़ा करने की कोशिश कर रहा है. मंत्री भजन लाल जाटव ने शिक्षकों से कहा कि सरकार ने ओपीएस लागू कर उन्हें सुरक्षा प्रदान की. इस दौरान बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आए शिक्षक सम्मेलन में मौजूद रहे.


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