Chomu: कोरोना महामारी (Corona epidemic) के बीच जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने SMS अस्पताल पहुंचकर एक नागरिक की तरह वैक्सीन लगवाई लेकिन कुछ लोग हैं कि वह वीआईपी ट्रीटमेंट (VIP Treatment) ही चाहते हैं यानी वैक्सीन भी उन्हें घर बैठे ही लग जाए.


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हालांकि इस तरह का कोई आदेश नहीं है कि किसी व्यक्ति के घर कोई कर्मचारी जाकर वैक्सीन लगाए लेकिन राजधानी जयपुर (Jaipur) के चौमूं (Chomu) कस्बे में रसूखदार लोगों को वाकई वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है. यह सच्चाई सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें खुद ही बता रही हैं. 


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एक तरफ वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगवाने के लिए आने वाले लोगों की लंबी कतार लगी रहती है. घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है, फिर भी वैक्सीन लग जाए इस बात की कोई गारंटी नहीं है. तो दूसरी तरफ यह तस्वीरें चौमूं के रसूखदार परिवार की हैं, जहां मुख्यमंत्री से ज्यादा वीआईपी ट्रीटमेंट इन परिवारों को दिया जा रहा है. चौमूं अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ रसूखदारों के घर पहुंचकर एक व्यक्ति के वैक्सीन लगाता नजर आ रहा है. वैक्सीन की यह तस्वीरें व्हाट्सएप के स्टेटस पर लगाई गई. बाद में डिलीट कर दी गई. 


बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने बोला हमला
इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने भी हमला बोला है. उन्होंने कहा है जब वे वैक्सीनेशन सेंटर पर गए, तब लोगों ने इस तरह के भेदभाव करने के आरोप भी लगाए थे लेकिन उस समय उन्होंने गंभीरता से नहीं लिए लेकिन यह तस्वीरें वायरल होने के बाद विधायक ने भी यह बात स्वीकार की है कि वाकई कुछ लोग कर्मचारियों की मिलीभगत से वीआईपी ट्रीटमेंट ले रहे हैं. एक तरफ जहां घंटों कतार में खड़े रहने वाले लोगों को वैक्सीन नहीं मिल रही है. रामलाल शर्मा ने सरकार से इस पूरे मामले में दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.


Reporter- Pradeep Soni