Chomu: राजधानी जयपुर की चौमूं नगरपालिका में सोमवार को विवादों के बीच आयोजित हुई बैठक को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इस बोर्ड बैठक को लेकर भाजपा प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने भी सरकार को आड़े हाथ लिया है.


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उन्होंने कहा कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं को भी खतरे में खड़ा करने का काम कर रही है. विधि के अनुसार नगर पालिकाओं की बोर्ड बैठक में सांसद और विधायक को निर्धारित समय सीमा के भीतर सूचना देना नितांत जरूरी है लेकिन नगरपालिका तो मुंह में जिस तरह के हालात पैदा किए गए हैं कि पार्षदों को सबको बैठक की सूचना नहीं दी गई...तो सांसद और विधायक दूर की बात है. 


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डीएलबी के अधिकारियों ने भी आंखें बंद कर रखी हैं और अनैतिक कार्य होते हुए देख रहे हैं. अवैधानिक कार्य को उच्चाधिकारी आंख बंद करके देख रहे हैं कोई रोकने वाला नहीं है. नगर पालिका में सोमवार को हुई बोर्ड बैठक बिना बहुमत के आधार पर आयोजित की गई जिसमे 45 में से 26 पार्षद अनुपस्थित रहे. इसके बावजूद बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित करना अनुचित है. रामलाल शर्मा ने असंवैधानिक तरीके से की गई बैठक को सरकार से निरस्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा सभी पार्षदों की सहमति से निश्चित समय सीमा के भीतर दोबारा से बोर्ड बैठक करवाई जाए. 


नगर पालिका पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी
रामलाल शर्मा ने कहा कि नगर पालिका पूरी तरह से भ्रष्टाचार के अखंड में डूबी हुई है. पहले से ही भ्रष्टाचार की गई जांच में चल रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी ने अपने अधिकार क्षेत्र से परे जाकर बोर्ड बैठक बुलाने का जो कृत्य किया है, इसको लेकर भी विधानसभा में विशेषाधिकार का मामला लगाऊंगा. रामलाल शर्मा ने बोर्ड बैठक आहूत करने वाले JEN लोकेश सैनी के खिलाफ मुख्य सचिव को भी पत्र लिखा है.


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