जयपुर: करवाचौथ पर थाना अधिकारी की अनूठी पहल, चालान की जगह कहीं Helmet तो कहीं फूल बांटे
Chomu Traffic Police on Karva Chauth: जिले की सामोद थाना पुलिस ने आज करवा चौथ पर एक अनूठी पहल शुरू की है. बिना हेलमेट के आने वाले दुपहिया वाहन चालकों को चालान की जगह गुलाब का फूल देकर यातायात के नियमों को पालन करने की समझाइश की.
Chomu Traffic Police on Karva Chauth: जिले की सामोद थाना पुलिस ने आज करवा चौथ पर एक अनूठी पहल शुरू की है. बिना हेलमेट के आने वाले दुपहिया वाहन चालकों को चालान की जगह गुलाब का फूल देकर यातायात के नियमों को पालन करने की समझाइश की. सामोद थाना अधिकारी पूजा पूनिया ने दुपहिया वाहन चालकों से हेलमेट लगाकर यात्रा करने की समझाइश की.
करवा चौथ के दिन यह पहल शुरू
उन्होंने कहा करवा चौथ के दिन यह पहल शुरू की गई है. हर कोई अपने घर सकुशल पहुंचे.हर दिन बाइक पर हेलमेट लगाकर ही घर से बाहर निकले,हालांकि थाने के बाहर पुलिस जाब्ते को देख कर कई दुपहिया वाहन यू टर्न लेकर रफूचक्कर हो लिये.
SHO पूजा पुनिया ने कहा, यह जिंदगी बहुत कीमती है
करवाचौथ पर सामोद SHO पूजा पुनिया ने कहा, यह जिंदगी बहुत कीमती है. इसे इतने हल्के में मत लें. सड़क पर चलना है तो हेलमेट लगाना जरूरी है. यह हेलमेट आपकी जान बचा सकता है. बिना हेलमेट बाइक चला रहे युवाओं को पूजा पुनिया ने फूल थमाते हुए ये बातें कहीं. SHO के हाथ फूल लेकर युवक-युवती शर्मिदा तो जरूर हुए, लेकिन भविष्य में हेलमेट पहनने का संकल्प भी दिलाया. इस दौरान थानाधिकारी पूजा पूनियां सहित जाब्ता रहा मौजूद रहे.
वाहन चालकों को फूल भेंटकर यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया
करवाचौथ के मौके पर थानाधिकारी पूजा पूनियां से गुजर रहे बिना हेलमेंट लगाए दुपहिया वाहन चलाने वाले मोटरसाइकिल सवारों तथा बिना सीट बेल्ट न लगाने वाले वाहन चालकों को फूल भेंटकर उन्हें यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया. साथ ही कहा आज करवाचौथ है आज आपका कोई इंतजार कर रहा है. ऐसे में आज अपनी और अपने परिवार का ख्याल रखें. चालकों को फूल भेंटकर जान की कीमत समझाने का प्रयास किया गया.
ये भी पढ़ें- Karwa Chauth 2022 : करवा चौथ पर झुंझुनूं की वीरांगनाएं ने खोला करवा चौथ का व्रत, कहा- पति आज भी उनके साथ हैं
थानाधिकारी पूजा पूनियां ने कहा कि सड़कों पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं के कारण कीमती जान चली जाती है. ऐसी दुर्घटनाओं से प्रभावित परिवार कभी नहीं संभल पाते. हंसता-खेलता परिवार दुर्घटना के कारण अपनों को खोकर असहाय हो जाता है. उन्होंने महिला शिक्षिकाओं से कहा कि वे बच्चों को यातायात के नियम पालन करने के प्रति जागरूक करें, ताकि वे अपने परिजनों को प्रेरित कर सकें. परिजन बच्चों को वाहन चलाने के लिए न दें। इस अभियान में उनके साथ जाब्ता रहा मौजूद रहे.