बिना नाम लिए गहलोत का पायलट पर तंज, बोले- जिन्हें बिना रगड़ाई पद मिल गए वे देश में फितूर कर रहे हैं
कांग्रेस में चल रही खींचतान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इशारों इशारों में सचिन पायलट पर तंज कसा है. गहलोत ने कहा कि जिन्हें बिना रगड़ाई पद मिल गए वे देश में फितूर कर रहे हैं. जब कांग्रेस के अच्छे दिन आएंगे तो , इनके दिन भी अच्छे आएंगे. कोई रोक नहीं सकता. अवसर मिलेंगे, जल्दीबाज जितनी करेंगे.
जयपुर: कांग्रेस में चल रही खींचतान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इशारों इशारों में बिना नाम लिए एक बार फिर सचिन पायलट पर तंज कसा है. गहलोत ने कहा कि जिन्हें बिना रगड़ाई पद मिल गए वे देश में फितूर कर रहे हैं. जब कांग्रेस के अच्छे दिन आएंगे तो , इनके दिन भी अच्छे आएंगे. कोई रोक नहीं सकता. अवसर मिलेंगे, जल्दीबाज जितनी करेंगे. उतनी ठोकर खाते रहेंगे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए डाले जा रहे वोट में हिस्सा लेने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये बातें कहीं.
छोड़कर जाने वाले लोग अवसरवादी
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मतदान करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवा शक्ति मेहनत कर सकती है, लेकिन अनुभव का कोई विकल्प नहीं हो सकता. अनुभव अनुभव ही होता है, अनुभव से ही गांव, कस्बा या पार्टी चलते हैं. युवाओं को तवज्जो नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा- जो लोग छोड़कर गए हैं वे अवसरवादी लोग हैं, जो देश में फितूर कर रहे हैं.
अब पार्टी छोड़ने से पहले लोग हजार बार सोचेंगे
युवा नेताओं के पार्टी छोड़ने के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी जो छोड़ेगा उसे हजार बार सोचना होगा. जो माहौल अभी देश में बना हुआ है, राहुल गांधी की यात्रा के बाद मैं समझता हूं कि अब कोई पार्टी छोड़ेगा तो हजार बार सोचकर छोड़ेगा.
नौजवानों को सब्र करना चाहिए- सीएम गहलोत
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि फितूर वे ही लोग कर रहे हैं, जिन्हें पहले मौका मिल गया. रगड़ाई के बाद जिन्हें मौका मिलना चाहिए था, उन्हें पहले मौका मिल गया, इसलिए वे फितूर कर रहे हैं. अब पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं. वह चाहे सिंधियाजी हो, जितिन प्रसाद हो, आरपीएन सिंह हो, कम उम्र में इन्हें मौका मिल गया. मैं इंदिरा गांधी के साथ उप मंत्री बना, लेकिन इन्हें अच्छे पोर्टफोलियो के साथ राज्य मंत्री बना दिया.
मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि नौजवानों को सब्र करना चाहिए. जब कांग्रेस के अच्छे दिन आएंगे तो, इनके दिन भी अच्छे आएंगे, कोई रोक नहीं सकता.अवसर मिलेंगे. जल्दीबाज जितनी करेंगे. उतनी ठोकर खाते रहेंगे. उनके लिए संदेश सही है हमने काम किया था, हम चुनाव हार गए थे. काम करते जांएगे तो जब पार्टी के अच्छे दिन आएंगे तो इन्हें भी मौका मिलेगा. युवाओं को मौका देने पर कहा कि मेरी शुभकामनांए उनके प्रति है. आज संकट का वक्त है, जमकर काम करें, पार्टी में रहकर काम करने से मानसम्मान बढ़ता है.