Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने सत्ता और संगठन के सामूहिक जुड़ाव से वर्ष 2023 में रिपीट करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार की कई अहम योजनाएं हैं, जिनकी जानकारी अगर कार्यकर्ता बूथ और ब्लॉक स्तर पर पहुंचाएं तो सत्ता में वापसी सुनिश्चित है. 


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सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जनता से कनेक्शन खत्म हो गया. राहुल गांधी का यह शब्द आंखें खोलने वाला है, इंदिरा गांधी के वक्त भी हार हुई, लेकिन उस वक्त इंदिरा गांधी थी. ढाई साल बाद वापस इंदिरा गांधी राज में आ गई. कई उतार चढ़ाव आए. चिंतन करें तो आज और उस समय की हालत में बहुत अंतर है. आज हमें 100 गुना मेहनत करने की जरूरत है. सब जगह कांग्रेस की क्या हालत है, उससे आप वाकिफ है. जीत में हर कोई भागीदार बनना चाहता है, लेकिन हार का भागीदार कोई नहीं बनना चाहता. 


गहलोत ने ब्यूरोक्रेसी हावी होने के मुद्दे पर कहा कि अफसर तो परमानेंट लोग हैं, अफसर तभी साथ हैं, जब लगता है कि आप मजबूत हैं, ब्यूरोक्रेसी तो सवार देखती है, आप मजबूत हैं तो वो साथ हैं, जब अफसरों को लगता है कि सरकार जा रही है तो मुंह फेर लेते हैं. हमें जब लगेगा कि कोई अफसर निकम्मा है, करप्ट है तो एक मिनट लगेगा बदलने में. 


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के एक्शन टेकन कैंप में कहा कि आज नेता पार्टी मेंबरशिप कराने को तैयार नहीं हैं. हमारे नेता लोग मेंबरशिप करवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं. पब्लिक में ही वह माहौल नहीं है. कार्यकर्ता डिमोरलाइज है. पहले नेता जिलों में जाकर काम करते थे, जिलों में जाकर मेंबरशिप करवाने बैठकें कराते थे. उन बैठकों में कार्यकर्ता बोलते हैं तो कमियां सामने आती हैं, उससे सुधार का मौका मिलता है, हमें कमियां क्या-क्या हैं उस पर विचार करना होगा.


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