जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार की ओर से पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को रोकने को लेकर निशाना साधा है. सीएम गहलोत ने कहा कि भारत सरकार ने राजस्थान सरकार को बहुप्रतीक्षित पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना यानि ERCP का काम रोकने के लिए कहा है. 13 राज्यों में पेयजल और सिंचाई जल की आपूर्ति वाली इस परियोजना के लिए राज्य के बजट में 96 सौ करोड़ रुपए का आवंटन किया था.


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नवनेरा, ईसरदा बांध का काम तेजी से चल रहा है. ERCP मुद्दे पर सीएम गहलोत ने कहा कि हम लंबे समय से केंद्र से मांग कर रहे हैं. योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग कर रहे है. मैं खुद पीएम को कई बार पत्र लिख चुका हूं. आगे ERCP मुद्दे पर सीएम गहलोत ने कहा कि अक्टूबर 2018 में पीएम मोदी ने प्रदेश की जनता से वादा किया था.पीएम मोदी का भाषण पढ़कर भी सीएम गहलोत ने सुनाया है.


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जलशक्ति मंत्रालय ने काम रोकने का आदेश दिया


सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ई॰आर॰सी॰पी॰ में पहले केंद्रीय योजना 90:10 का अनुपात था, लेकिन अब इसे 60:40 अनुपात कर दिया है.सीएम गहलोत ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जलशक्ति मंत्रालय योजना में रोड़ा अटकाने का काम कर रहा है.मंत्रालय के सचिव ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. कहा है कि योजना के किसी हिस्से में काम शुरू न किया जाए.


गजेंद्र सिंह शेखावत को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए- सीएम


अंतरराज्यीय मुद्दों पर सहमति बन जाने तक काम रोकने के लिए लिखा गया है. सीएम ने कहा- पानी हमारा, पैसा हमारा, केंद्र कैसे रोक सकता है. केंद्र इस रवैये से पेयजल और सिंचाई पानी से रोकने का प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहा है कि राजस्थान के 13 जिलों की जनता देख रही है कि उनके हक का पानी रोकने के लिए केन्द्र की भाजपा कैसे रोड़े अटका रही है. प्रदेश सरकार ERCP को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत को एब्सेंट माइंडेड मंत्री बताया. सीएम ने कहा कि अजमेर की सभा में खुद गजेंद्र सिंह मौजूद थे और गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा था अगर प्रधानमंत्री ने ऐसा बयान दिया हो तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा तो अब उन्हें लेना चाहिए.