Delhi/ Jaipur: जालोर की घटना को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. इसी बीच दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जितनी भी एजेंसी है. सबसे जांच करवाने के लिए तैयार है. जो परिवार कहेगा उस एजेंसी से जांच करवा देंगे. बीजेपी के स्थानीय विधायक भी कह रहे हैं कि इस मामले को तूल दिया जा रहा है. एडीजी जांच कर रहे हैं, घटना की हकीकत जानने में थोड़ा समय लगता है. लिहाजा इसलिए रिपोर्ट से पहले कुछ कहना ठीक नहीं. मुआवजा मायना नहीं रखता, बच्चे की जान गई है.


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उन्होंने कहा कि राहुल और सोनिया गांधी के कहने पर PCC चीफ ने बीस लाख रुपए का मुआवजा और अनाउंस किया है. कोई भी खबर वायरल होती है तो नेशनल मसला बन जाता है. सच्ची है या कम सच्ची है ये जांच के बाद पता चलता है. रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा हकीकत क्या है. इस घटना को लेकर विपक्ष आवाज उठा रहा है, हम उनकी आलोचना का स्वागत करते हैं. विपक्ष की आलोचना से हमें तर्कसंगत न्याय करने में भी मदद मिलती है. हम मोदी और भाजपा वालों की तरह नहीं है कि विपक्ष की आवाज दबा दें.


जालौर में 9 साल के मासूम बच्चे की मृत्यु से पूरा देश आहत है। अहमदाबाद में विधायक जिग्नेश मेवानी ने मिलकर घटना पर चर्चा की. इस दुख में सभी समाज परिवार के साथ है. घटना के बाद आरोपी की त्वरित गिरफ्तारी की गई. SC-ST एक्ट की मुआवजा राशि व मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता राशि दी गई. इसके अतिरिक्त AICC के निर्देश पर पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा दी जा रही है. परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के संबंध में पूर्व के मामलों का परीक्षण करवाया जा रहा है. इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है जिससे फास्ट ट्रैक ट्रायल करवाया जा सके.


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