महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों के प्रिंसीपल्स का कॉन्क्लेव, RIC जयपुर में आयोजन
जयपुर में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से विशेष कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया.कॉन्क्लेव में प्रदेश के सभी जिलों में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से एक-एक महात्मा गांधी इंग्लिश स्कूलों के प्रिंसीपल ने भाग लिया.
Jaipur News: प्रदेश के राजकीय महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में किए जा रहे, नवचारों, उपलब्धियों और चुनौतियों पर चर्चा की गई. आज जयपुर में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से विशेष कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया.
कॉन्क्लेव में प्रदेश के सभी जिलों में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से एक-एक महात्मा गांधी इंग्लिश स्कूलों के प्रिंसीपल ने भाग लिया. इसमें राज्य स्तर के शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संयुक्त निदेशक कार्यालयों से उप निदेशक महात्मा गांधी प्रकोष्ठ, सभी जिलों से जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक ने शिरकत करी.
कॉन्क्लेव में इंग्लिश मीडियम स्कूलों के प्राचार्यों द्वारा अपने विद्यालयों के नवाचार, भौतिक एवं शैक्षणिक विकास के प्रयास एवं शिक्षण में सूचना तकनीक का प्रयोग जैसे विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिया. शिक्षा विभाग के सचिव नवीन जैन ने बताया राजस्थान सरकार ने फ्लैगशिप योजना के तहत महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों को शुरू किया जा रहा है.
सरकार की ओर से यह प्रयास किया गया है कि सभी महात्मा गांधी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम के माध्यम से अध्ययन करवाया जाए, जिसके बहुत अच्छा परिणाम देखने को मिल रहे हैं. नामांकन को लेकर अभिभावकों में बहुत बड़ा उत्साह देखने को लगातार मिल रहा है, प्रत्येक स्कूलों में हजारों आवेदन पत्र आते हैं. हर माता-पिता अपने बच्चे को महात्मा गांधी स्कूल में पढ़ाने के लिए लालायित रहते हैं. जिससे महात्मा गांधी स्कूल एक ब्रांड के रूप में स्थापित हो रहा है, इसलिए अब सरकार प्रदेश में और नए इंग्लिश मीडियम स्कूल खोल रही है.
ये भी पढ़ें-
इनमें टीचर और विद्यार्थियों को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उन सभी बिंदुओं पर विचार करने के लिए आज प्रिंसिपल सम्मेलन का आयोजन किया गया। आज पूरे दिन चिंतन और मनन किया जाएगा. किस प्रकार की क्या क्या परेशानी नवीन स्कूलों में आ रही है, उन परेशानी दिक्कतों को अपने स्तर पर और सरकार के स्तर पर किस तरह से निपटारा कर सकते हैं, और जो समस्याएं हमारे स्तर की नहीं है, अगर उनके लिए सरकार के पास भी जाना पड़ा तो हम जरूर जाएंगे.
इस कॉन्क्लेव को आयोजित करने का मुख्य मकसद यह है कि अध्यापक ज्यादा से ज्यादा मोटिवेशन के साथ काम करें. समग्र शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियां जैसे नो बैग डे या फिर महात्मा गांधी स्कूल में बाल वाटिका उनका संचालन किस तरीके से और बेहतर किया जाए. इन्हीं सभी प्रयासों को लेकर विभाग लगातार अध्यापकों से वार्तालाप कर रहा है. आने वाले समय में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम एक ब्रांड के रूप में नजर आएगा.