Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर में भले ही कोरोना (Corona) के मामले बढ़ रहे हैं पर राहत की बात ये है कि यहां अभी हॉस्पिटलाइजेशन (hospitalization) की दर काफी कम है. हालांकि एक्सपर्ट तकनीकी तौर पर इसे कम्यूनिटी स्प्रेड मान रहे हैं. 


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विशेषज्ञों की मानें तो जब संक्रमण की दर 5 फीसदी से ज्यादा हो जाए तो इसे कम्यूनिटी स्प्रेड (community spread) माना जाता है. बताया जा रहा है कि राज्य का डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल RUHS जयपुर में कोरोना एक्टिव मामलों की संख्या 2 हजार 135 है  जबकि RUHS में है महज 38 कोरोना मरीज ही एडमिट हैं. इनमें से महज 7 ICU में भर्ती हैं. यानी डर की बात नहीं है पर लोगों में अवेयरनेस जरूरी है. लोगों को सजग रहना जरूरी ताकि कोरोना मामलों की बढ़ोत्तरी पर लगाम लगा सकें. लोगों को पैनिक होने की बजाय एहतियात पर फोकस करना होगा.  


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हालांकि तेजी से बढ़ रहे केस
जयपुर में 28 दिसंबर तक एक्टिव मामलों की संख्या 300 से कम थी जो अब बढ़कर 2000 हो गई है. जयपुर के बाद जोधपुर दूसरा ऐसा शहर बन गया है जहां सबसे ज्यादा केस आए हैं. गत वर्ष 2 जून को जोधपुर (Jodhpur) में 100 मामले सामने आए थे. वहीं महज 1 सप्ताह की बाम करें तो यहां कोरोना मामलों में 768 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है. ऐसे में प्रदेश में दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर (third Wave in Rajasthan) में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.