CP Joshi: मेवाड़ का वो नेता जो एक वोट से हारा चुनाव, मुख्यमंत्री बनने से चूका
Congress leader C.P. Joshi: राजस्थान की राजनीति में, सी.पी. जोशी एक प्रमुख नाम है और उन्हें अशोक गहलोत के टक्कर के अनुभवी नेता के रूप में माना जाता है. इस बार वो विधानसभा सीट के लिए नाथद्वारा से चुनाव लड़ रहें है.
C. P. Joshi: राजस्थान की राजनीति में, सी.पी. जोशी एक प्रमुख नाम है और उन्हें अशोक गहलोत के टक्कर के अनुभवी नेता के रूप में माना जाता है. जोशी को कांग्रेस की प्रमुख से राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदार नेता माना जाता है. उनके राजनीतिक अनुभव का एक कारण यह भी है कि वे गांधी परिवार से निकट रहे हैं. सी.पी. जोशी को साल 2009 में भीलवाड़ा लोकसभा सीट से टिकट मिला और जीतने के बाद उन्हें केंद्र के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. उन्हें केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. 2014 में, उन्हें भीलवाड़ा के बजाय जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन वह बीजेपी के राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से हार गए थे. वर्तमान में, सी.पी. जोशी राजस्थान की पंद्रहवीं विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत्त हैं और वे राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के भी अध्यक्ष रह चुके हैं.
सी.पी. जोशी का जन्म और परिवार
सी.पी. जोशी की जीवन (C. P. Joshi Life and family)
सी.पी. जोशी का जन्म 29 जुलाई 1950 को राजस्थान के नाथद्वारा में हुआ था. उनके पिता का नाम भूदेव प्रसाद है और माता का नाम सुशीला देवी है. सी.पी. जोशी का पूरा नाम चंद्र प्रकाश जोशी है. जोशी की पत्नी का नाम हेमलता जोशी है. उनका एक बेटा है जिनका विवाह जनवरी 2019 में जयपुर में हुआ था. सी.पी. जोशी हिन्दू हैं और वे जाति से ब्राह्मण हैं.
सी.पी. जोशी की शिक्षा (C. P. Joshi Education)
सी.पी. जोशी राजस्थान के विद्वान नेताओं में से एक माने जाते हैं, जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा को अपने क्षेत्र के प्राथमिक सरकारी विद्यालयों में पूरा किया. बाद में उन्होंने उदयपुर जाकर अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाया, जहां से उन्होंने साल 1972 में एमएससी (भौतिकी शास्त्र), 1974 में एमए (मनोविज्ञान), और साल 1994 में पीएचडी (मनोविज्ञान) हासिल की. उन्होंने साल 1997 में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान से एल एल बी (LLB) की डिग्री प्राप्त की. इस प्रकार, उन्होंने अपनी शिक्षा की ऊँचाइयों तक पहुंचाई.
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सी.पी. जोशी का शुरूआती जीवन (C. P. Joshi Early Life)
अपने शुरूआती जीवन में, सी.पी. जोशी ने एक प्रोफेसर के रूप में अपना करियर बनाने का इरादा किया था. उन्होंने उसी सुखाड़िया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की पद पर कार्य किया, जहां से उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की थी. वहां, उन्होंने मनोविज्ञान के क्षेत्र में प्रोफेसर के रूप में अपना परिचय बनाया. हालांकि, इससे पहले उन्होंने उसी सुखाड़िया विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था. बाद में, साल 1980 में, उन्होंने अचानक से सक्रिय राजनीति में कदम रखा और अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की. उनकी किस्मत ने उनके साथ जाकर इसका समर्थन किया, और इसके बाद उन्होंने एक शिक्षक से नेता बनने का सफर तय किया. हालांकि, साल 2018 के चुनाव पर्चा में, उन्होंने अपने पेशेवर स्थान पर "रिटायर्ड प्रोफेसर" का दर्जा प्राप्त किया है.
सी.पी. जोशी का राजनीतिक करियर (C. P. Joshi Political Career)
-सी.पी. जोशी की राजनीतिक यात्रा ने उनकी कॉलेज के छात्र राजनीति से ही शुरुआत की थी. जोशी ने सुखड़िया विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के चुनाव में कांग्रेस से जुड़कर एक प्रमुख भूमिका निभाई थीं. उनकी वास्तविक राजनीतिक प्रवृत्ति अस्सी दशक से शुरू होकर, जोशी ने सक्रिय रूप से राजनीति में कदम रखा और लगातार आगे बढ़ते रहे. वह राजस्थान के विधायक और एक बार सांसद भी रह चुके हैं.
-सी.पी. जोशी ने अपने जीवन के पहले चुनाव को 1980 में नाथद्वारा विधानसभा सीट से लड़ा, जहां उन्होंने चुनाव जीतकर विधायक बनने में सफलता प्राप्त की. इसके बाद, उन्होंने वहीं से चार बार विधायक चुने जाने का समर्थन किया है, और वर्तमान (2018) में वह वही से विधायक रह रहे हैं.
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-2008 में, सी.पी. जोशी ने राजस्थान के राजसमंद जिले की नाथद्वारा विधानसभा सीट के लिए एक चुनौतीपूर्ण चुनाव लड़ा, जहां उन्हें बीजेपी के कल्याण सिंह चौहान के खिलाफ मात्र एक वोट से हार का सामना करना पड़ा. इसके परिणामस्वरूप,
राजस्थान में कांग्रेस की वापसी के साथ ही अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री बन गए.
1980, 1985, 1998, 2003, 2018 – राजस्थान के नाथद्वारा विधानसभा सीट से जीत
2003 – राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष नियुक्त
2009 – राजस्थान के भीलवाड़ा लोकसभा सीट से विजय
2018 – राजस्थान की पंद्रहवी विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त (वर्तमान में भी पद पर)