Jaipur: राजस्थान यूनिवर्सिटी (Rajasthan University) में पिछले दिनों पदोन्नति के लिए सीएएस की प्रक्रिया पूरी की गई है. जिसके बाद से ही पदोन्नति के लिफाफे खोलने की शिक्षकों की ओर से मांग की जा रही थी. इसी बीच सीएएस पदोन्नति (CAS Promotion) को प्रभावित करने के भी आरोप लगने लगे हैं.


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राजस्थान लॉ टीचर्स एसोसिएशन (Rajasthan Law Teachers Association) की ओर से सिंडीकेट सदस्य रामलखन मीणा (Ram Lakhan Meena) के खिलाफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) को पत्र लिखा गया है साथ ही डॉ. राम लखन मीणा को सिंडिकेट सदस्य से हटाने की मुख्यमंत्री (Chief Minister) से मांग की गई है. गौरतलब है कि डॉ. रामलखन मीणा राविवि सिंडिकेट में राज्य सरकार द्वारा नामित सदस्य हैं.


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शिक्षकों (Teachers) ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएएस की प्रक्रिया नियमों के तहत की गई है. इसके साथ ही जब से नियम अप्लाई किए गए हैं तब शिक्षकों का वर्किंग में होना जरुरी है. ऐसे में राविवि प्रशासन (Rajasthan University Administration) को जल्द से जल्द पदोन्नति के लिफाफे खोलते हुए शिक्षकों को पदोन्नति देनी चाहिए. साथ ही राज्य सरकार (State Government) द्वारा नामित सिंडीकेट सदस्य डॉ. रामलखन मीणा द्वारा पदोन्नति प्रक्रिया को प्रभावित किया जा रहा है. इसलिए एक शिक्षक होने के नाते रामलखन मीणा को पदोन्नति की प्रक्रिया में साथ देते हुए जल्द से जल्द लिफाफे खुलवाने चाहिए.