Jodhpur: बिलाड़ा गांव में भादवी बीज पर आई माता जी का मेला भरेगा. मेले में भाग लेने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, जालौर सिरोही, पाली, मेवाड़ और उदयपुर सहित विभिन्न राज्यों और गांवों से आई माता के पंथ के लोग बड़ी संख्या में आते हैं. माता जी के मंदिर पर पूजा कर दर्शन कर मंगल कामना करते हैं. भादवी बीज पर आई माता जी की बैल और धर्मगुरु माधव सिंह दीवान की गाजे-बाजे के साथ कस्बे में शोभायात्रा निकाली जाती है. रात से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई. रातभर लोगों ने माताजी के दर्शन कर मंगल कामना की. बिलाड़ा श्री आई माता जी की पवित्र नगरी के रूप में पूरे भारत में प्रसिद्ध है. माता के मंदिर में दीपक से काजल की जगह केसर निकलता है, जी हां, दीपक से निकलने वाले इस केसर को भक्त अपनी आंखों में लगाते हैं. यह मंदिर बहुत पुराना है. भक्तों के अनुसार यहां माता आई थीं, इसलिए इस मंदिर को आईजी माता के नाम से जाना जाता है.


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काजल की जगह निकलता है केसर 
मां दुर्गा का अवतार श्री आईमाता गुजरात के अम्बापुर में प्रकट हुई थी. अम्बापुर में कई चमत्कारों के बाद श्री आईमाता जी भ्रमण करते हुए बिलाड़ा आईं. मंदिर को केशर ज्योति मंदिर के नाम से देश और दुनिया में जाना जाता हैं. यहां पर उन्होंने भक्तों को 11 गुण और हमेशा सही रास्ते पर चलने के उपदेश दिए. ये 11 गुण आज भी लोग जानते हैं और उनके दिए आशीर्वाद को समझ कर उसका पालन भी करते हैं. इन उपदेशों के बाद एक दिन उन्होंने हज़ारों भक्तों के समक्ष स्वयं को अखंड ज्योति में विलीन कर दिया. इसी अखंड ज्योति से केसर प्रकट होता है, जो आज भी मंदिर में माताजी की उपस्थिति का साक्षात प्रमाण है.


भजन संध्या आयोजित
आई माताजी के मंदिर परिसर में भादवी बीज पर विशाल भजन संध्या आयोजित हुई. भजन संध्या में विभिन्न जिलों से आए भजन गायकों ने एक से बढ़कर एक भजन गाकर श्रद्धालुओं को दिल जीत लिया. भजन संध्या में भारी भीड़ नजर आई भजन संध्या में धर्मगुरु माधव सिंह दीवान पहुंचने पर लोगों ने चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया. कार्यक्रम की शुरुआत आई माता जी के पूजा अर्चना के साथ भजन संध्या की शुरुआत हुई


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