Dhanteras 2023: दीपावली के त्योहार का शुभारम्भ धनतेरस से हो रहा है जो भाई दूज पर समाप्त होगा. इन दिनों के लिए लोग अपने घरों को सजाते हैं औरसाफ सफाई कर  मां लक्ष्मी का आवाह्न  करते हैं।इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और गणेशजी की पूजा की जाती है.


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ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है. इस वर्ष यह त्योहार 12 नवंबर को मनाया जाएगा। दीपावली का शुभारंभ धनतेरस के दिन से होता है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाई जा रही है.


ज्योतिषाचार्य पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया की पौराणिक मान्यतानुसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को समुद्र मंथन से भगवान धनवंतरी प्रकट हुए थे और उनके हाथ में अमृत से भरा कलश था। उन्हें विष्णु भगवान का अवतार माना जाता है। धनतेरस को उनके प्राकट्योत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वन्तरी के पूजन के साथ धन के देवता कुबेरजी और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और सोने-चांदी के अलावा बर्तनों की खरीद करते हैं.


धनतेरस  को लेकर ये है मान्यता


धनतेरस को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुओं में 13 गुना वृद्धि होती है और आपको धन की कमी नहीं होती। त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर होगा और अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर में 1 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगी। धनतेरस का त्यौहार प्रदोश काल में मनाया जाता है।


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