Dr Soumya Gurjar: जयपुर शहर में नगर निगम ग्रेटर की ओर से शुरू किए रैन बसेरे (आश्रय स्थल) में कैसी व्यवस्थाएं हैं, इसका जायजा लेने महापौर सौम्या गुर्जर ने आधी रात जयपुर शहर का दौरा किया. उन्होंने 10 से ज्यादा शेल्टर होम में जाकर वहां की व्यवस्थाएं देखी.


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इस बीच शेल्टर होम के आसपास और सड़कों पर कुछ लोग उन्हें खुले में सोते हुए दिखाई दिए, जिन्हें शेल्टर होम में मेयर ने जगह दिलवाई. सौम्या गुर्जर ने रात 11 से सुबह 4 बजे तक रैन बसेरों का विजिट किया. सबसे पहले रात करीब 11 बजे सांगानेर पुलिया के नीचे पहुंची. यहां उन्होंने सो रहे लोगों की संख्या पूछी.


 इस दौरान उन्होंने वहां लेटे कुछ लोगों से बात की और उनके बारे में जानकारी ली. मेयर ने वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड से लोगों के खान-पान के बारे में भी पूछा कि क्या इन्हें आज खाना दिया गया. लोगों से भी पूछा कि शाम के खाने में उन्हें यहां से क्या दिया गया और वह कैसा था.


उन्होंने लोगों से पूछा कि आपसे खाने और यहां रहने के कितने पैसे लिए. इस शेल्टर होम में 100 लोगों के रूकने की व्यवस्था थी. इस दौरान एक व्यक्ति जो सो रहा था उसे रजाई की जगह कंबल दे रखा था.


 मेयर संग जब अधिकारियों ने गार्ड से पूछा कि रजाईयां कम आई है क्या तो उसने जवाब दिया कि कुछ रजाईयां पास में थाने में गई है. इसलिए इनको कंबल दिया गया है. मेयर ने महारानी फार्म स्थित रेन बसेरे में जाकर कुछ लोगों से बात की और पूछा कि यहां कब से रह रहे हो.


तो उनमें से एक-दो लोगों ने बताया कि वे मजदूरी के लिए जयपुर आए है और पिछले एक महीने से यहां रह रहे है. इस दौरान कुछ लोगों ने पूछताछ में बताया कि उनसे खाने-रहने के 10 रुपए लिए जाते है और उसकी पर्ची देने से लोग मना कर देते हैं.


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