Jaipur: जाति-धर्म से ऊपर उठकर इंसानियत का सबसे बड़ा धर्म निभाया कमल मीणा ने. मीणा ने वाल्मीकि समाज की अनाथ तीन लड़कियों का विवाह संपन्न करवाया है. कमल मीणा की देश-प्रदेश के लोगों से एक ही अपील हैं कि अपने आसपास क्षेत्र में ऐसे अनाथ बेसहारा या गरीब बेटी है तो उनकी मदद के लिए आगे आएं, ताकि लोगों में आपसी भेदभाव की भावना खत्म हो, और इंसानियत की भावना जागृत हो.


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जयपुर में अनाथ बेटियों के विवाह करवाकर समाजसेवी और गौसेवक कमल मीणा सिरसी ने समाज में मिसाल पेश की है. कमल मीणा ने विवाह का पूरा खर्च उठाते हुए वाल्मीकि समाज की तीन अनाथ बेटियों का कन्यादान किया है. उन्होंने विवाह में भाई और माता- पिता का भी फर्ज निभाया. जयपुर में सिरसी रोड बिंदायका निवासी शिवानी, प्रियंका और कोमल के सिर से करीब 3 साल पहले माता-पिता का साया उठ गया था.


तीनों अनाथ बहनों का विवाह 9 नवंबर को होना तय हुआ था, लेकिन आर्थिक हालात खराब होने से विवाह करना काफी मुश्किल हो गया. जब इस समस्या के बारे में गौ सेवक और समाजसेवी कमल मीणा सिरसी को जानकारी मिली तो वह परिवार से मिलने पहुंचे. कमल मीणा ने तीनों बेटियों का कन्यादान और विवाह का संपूर्ण खर्च उठाने का आश्वासन दिया. गो-सेवक और समाजसेवी कमल मीना सिरसी ने बताया कि 101 अनाथ बेटियों का विवाह करने का प्रण लिया है. किसी भी समाज की अनाथ बेटियों का विवाह और हर संभव मदद करने के लिए हमेशा तैयार है. बुधवार को शिवानी प्रियंका और कोमल का कन्यादान किया है. रीति-रिवाज के साथ विवाह संपन्न हुआ.


वाल्मीकि समाज की तीनों बेटियों का विवाह बड़े धूमधाम से किया गया. बेटियों को उपहार और घरेलू सामान भी भेंट किया गया. पुण्य के कार्य को देखने के लिए विवाह में काफी संख्या में लोग शामिल हुए. विवाह में आए युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने सराहना करते हुए वर- वधुओ को आशीर्वाद दिया. अनाथ बेटियों के इस विवाह समारोह की हर तरफ तारीफ हो रही है. सभी को सामाजिक कार्यों में अपना सहयोग करना चाहिए. 


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