अब चाहकर भी नहीं बच पाएगा दुश्मन! लड़ाकू विमानों के लिए खरीदी जाएगी ये खतरनाक मिसाइल

भारतीय वायुसेना को आने वाले समय में स्वदेशी बियॉन्ड-विजुअल-रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) मिसाइल मिल सकती है. रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय वायुसेना ने Astra Mk-2 मिसाइल की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी है. ये मिसाइल भारत की रक्षा क्षमताओं को अगले स्तर तक ले जाएगी और तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमानों की क्षमता को बढ़ाएगी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 4, 2025, 04:03 PM IST
  • अस्त्र Mk-1 मिसाइल का इस्तेमाल कर रही IAF
  • 160 किमी होगी अस्त्र Mk-2 मिसाइल की रेंज
अब चाहकर भी नहीं बच पाएगा दुश्मन! लड़ाकू विमानों के लिए खरीदी जाएगी ये खतरनाक मिसाइल

नई दिल्लीः भारतीय वायुसेना को आने वाले समय में स्वदेशी बियॉन्ड-विजुअल-रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) मिसाइल मिल सकती है. रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय वायुसेना ने Astra Mk-2 मिसाइल की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी है. ये मिसाइल भारत की रक्षा क्षमताओं को अगले स्तर तक ले जाएगी और तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमानों की क्षमता को बढ़ाएगी.

अस्त्र Mk-1 मिसाइल का इस्तेमाल कर रही IAF

भारतीय वायुसेना अभी Astra Mk-1 मिसाइल का इस्तेमाल करती है, जिसकी रेंज 80 से 110 किमी है. इसका निर्माण डिफेंस रिसर्च एंड डेवलमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने किया है. Astra Mk-1 को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों से इंटीग्रेट किया है. इसे Su-30MKI और स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस में इंटीग्रेट किया गया है.

160 किमी होगी अस्त्र Mk-2 मिसाइल की रेंज

वहीं Astra Mk-2 मिसाइल के डिजाइन में कुछ बदलाव किए जाएंगे, जिससे इसकी रेंज में भी इजाफा होगा. Astra Mk-2 की रेंज 160 किमी होगी. ये भारतीय वायु सेना को हवाई खतरों के खिलाफ विस्तारित क्षमता प्रदान करेगी. ये फीचर मिसाइल की ट्रेजेक्ट्री पर बेहतर नियंत्रण की सुविधा देता है. इससे दुश्मन के विमान के बच निकलने के चांस कम हो जाते हैं.

जानिए अस्त्र Mk-2 मिसाइल की खासियतें

Astra MK2 एक स्वदेशी मिसाइल है जिसमें एडवांस्ड सीकर लगाया गया है. ये इसे जटिल इलेक्ट्रॉनिक युद्ध स्थितियों में अधिक प्रभावी बनाता है. इसका वजन 154 किलो, लंबाई 12.6 फीट और व्यास 7 इंच है. ये 5556.6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दुश्मन की ओर जाती है. ये मिसाइल 66 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकती है. इसमें हाई एक्सप्लोसिव या प्री फ्रैगमेटेंड एमएमएक्स हथियार लगाए जा सकते हैं. इस मिसाइल की खासियत यह भी है कि ये किसी भी मौसम में दिन-रात कभी भी काम कर सकती है.

भारतीय वायुसेना ने कितनी मिसाइलों की खरीद प्रक्रिया शुरू की है, इसके बारे में पता नहीं लग सका है. लेकिन माना जा रहा है कि 200 या उसके आसपास मिसाइलें खरीदी जा सकती हैं. इन्हें आने वाले समय में तेजस एमके 2, एएमसीए, टेडबीएफ फाइटर जेट्स में इंटीग्रेट किया जाएगा. बता दें कि Astra Mk-2 के बाद Astra Mk-3 बनाई जाएगी. इसकी रेंज 350 किमी होगी.

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