पूर्व डीजीपी लाठर ने अपने आखिरी भाषण में पुलिस कर्मियों को दी ये नसीहत
Farewell ceremony of DGP ML Lather: राजस्थान पुलिस बेड़े के मुखिया डीजीपी एमएल लाठर गुरूवार को रिटायर हो गए . अपने विदाई समारोह में वह काफी भावुक हो गए.
Farewell ceremony of DGP ML Lather: राजस्थान पुलिस बेड़े के मुखिया डीजीपी एमएल लाठर गुरूवार को रिटायर हो गए . डीजीपी के रिटायरमेंट के मौके पर राजस्थान पुलिस अकादमी में सेरेमोनियल परेड का आयोजन किया गया. राजस्थान पुलिस अकादमी में डीजीपी एमएल लाठर का भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में पुलिस परंपराओं के अनुसार घुड़सवार पुलिस और मोटर साइकिल राईडर्स की ओर से सम्मानपूर्वक स्टेडियम तक लाया गया.
भावुक हुए डीजीपी एमएल लाठर
वहीं विदाई समारोह के दौरान डीजीपी एमएल लाठर काफी भावुक हो गए और पुलिसकर्मियों को टीम भावना से काम करने की नसीहत दी. तो पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों ने पुरानी परंपरा के अनुसार सेवानिवृत्त डीजीपी एमएल लाठर की कार को रस्सी से खींचकर विदाई दी.
राजस्थान पुलिस के 34 वें डीजीपी एमएल लाठर का कार्यकाल समाप्त हो गया. गुरूवार को एमएल लाठर सेवानिवृत्त हो गए . 10 मई 1961 को जन्में एमएल लाठर राजस्थान काडर 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी है. एमएल लाठर 14 अक्टूबर 2020 को कार्यवाहक डीजीपी बने और 3 नवंबर 2020 लाठर को राजस्थान डीजीपी बनाए जाने के आदेश जारी हुए.
हरियाणा निवासी एमएल लाठर ने 6 अक्टूबर 1989 को भरतपुर बयाना एएसपी के रूप में पुलिस करियर की शुरुआत की थी. तेज तर्रार और ईमानदार छवि के अफसर एमएल लाठर को करीब 36 वर्षों के कार्यकाल के दौरान पुलिस महकमे में कई बड़े पदों पर काम करने का अनुभव रहा . इन पदों पर तैनाती के दौरान उन्होंने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया.
पुलिसकर्मियों के दुख दर्द को समझा
राजस्थान पुलिस बेडे का मुखिया बनने के बाद एमएल लाठर ने पुलिसकर्मियों के दुख दर्द को समझा और उन्हें दूर करने के प्रयास भी किए. अपने करीब 2 साल के कार्यकाल के दौरान एमएल लाठर ने पुलिस महकमे में सुधार के लिए कई योजनाएं लागू करने की कवायद की. उन्होंने प्रदेश में अवैध हथियारों की रोकथाम , महिला सुरक्षा और गैंगवार को रोकने के लिए मजबूत कदम उठाए तो वहीं पुलिस भर्ती और पदोन्नति समेत कई क्षेत्रों में नवाचारों पर विशेष फोकस भी किया.
डीजीपी एमएल लाठर की सेवानिवृत्ति पर आरपीए परेड ग्राउंड में एक सेरेमोनियल परेड़ का आयोजन किया तो पुलिस मुख्यालय में भी उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. लेकिन सबसे खास पुलिस महकमे की पुरानी परंपरानुसार रस्से से डीजीपी की गाडी को पुलिस मुख्यालय से बाहर लाना रहा. इस दौरान डीजीपी एमएल लाठर अपने सहयोगी अफसरों को देखकर भावुक हो गए.
स्वच्छ , ईमानदार और तेजतर्रार पुलिस अधिकारियों में शुमार सेवानिवृत्त हुए डीजीपी एमएल लाठर की विदाई हो गई. लेकिन अपनी विदाई से पहले डीजीपी एमएल लाठर ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को टीम वर्क के साथ ही राजस्थान पुलिस की आन-बान और शान को बरकरार रखने का मंत्र दिया.
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