Ashok Gehlot - Sachin Pilot : राजस्थान की सियासत में एक बार फिर बड़ा ट्विस्ट आ गया है. अशोक गहलोत खेमे के  80 से ज्यादा विधायकों ने मुख्यमंत्री बदले जाने को लेकर नाराजगी जताते हुए स्पीकर को अपने इस्तीफा सौंप दिया है. वहीं इसी बीच सियासी हलकों में एकाएक गर्मी बढ़ गई है. भाजपा नेताओं ने भी कांग्रेस में खड़े हुए इस संकट पर चुटकी लेते हुए हमला बोलना शुरू कर दिया. 


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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट करते हुए कहा कि रूझान आने प्रारंभ… जय भाजपा-तय भाजपा. 



 


केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट करते हुए कहा कि "बाड़ेबंदी की सरकार फिर बाड़े में जाने को है तैयार !"



वहीं कांग्रेस के सहयोगी और RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी का भी ट्वीट सामने आया है. चौधरी ने कहा कि हमने कांग्रेस के साथ गठबंधन निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, नए समीकरण में सीएम कौन होगा? यह तो राजस्थान के नए सीएम का फैसला कांग्रेस को ही लेना होगा.



उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट करके कांग्रेस पर निशाना साधा ट्वीट में लिखा कि कोई लाख करे चतुराई कर्म का लेख मिटे ना रे भाई. राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि हुजूर, त्यागपत्र देने का नाटक बंद करें. कांग्रेस के सभी वीर विधायकों को वास्तव में त्यागपत्र देना है तो विधानसभा के नियम एवं प्रक्रियाओं के नियम 173 के अंतर्गत अपना इस्तीफा स्पीकर महोदय को सौंपे. स्पीकर महोदय जी से प्रार्थना है कि वह 173 (2) के अंतर्गत तुरंत इस्तीफा स्वीकार करें.


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राठौड़ ने कहा कि जिनके इशारे पर त्यागपत्र देने का खेल चल रहा है इसे जनता भली-भांति समझ चुकी है. इस्तीफा-इस्तीफा का खेल कर समय जाया ना करें, अगर इस्तीफा देना ही है तो मंत्रिमंडल की बैठक बुलाकर विधानसभा भंग का प्रस्ताव राज्यपाल महोदय को तत्काल भेजें.



राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में मौजूदा राजनीतिक हालात राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी, आप नाटक क्यों कर रहे हों. मंत्रिमंडल के इस्तीफे के बाद अब देरी कैसी. आप भी इस्तीफा दे दीजिए.


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