Jaipur News : जयपुर नगर निगम ग्रेटर में मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर को अपनी ही पार्टी के पार्षदों का विरोध झेलना पडा. पार्षदों ने अपनी ही पार्टी की मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के खिलाफ आज मोर्चा खोल दिया. साथ मे भाजपा में गुटबाजी भी देखने को मिली. बम ब्लास्ट मामले में नगर निगम ग्रेटर के EC हॉल में हुई बैठक में पार्षदों ने मेयर को फोन नही उठाने की बात पर खरी-खरी सुनाई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पार्षदों ने महापौर डॉ सौम्या गुर्जर को साफ कहा पार्षदों के फोन तक नहीं उठाते हो. जब जरूरत होती है पार्षदों को याद किया जाता है. धरना-प्रदर्शन में भीड़ लाने के लिए पार्षद याद आते है. और जब पार्षद को काम हो तो मेयर फोन तक नही उठाती. यदि नगर निगम की मुखिया ही फोन नहीं उठाएगी तो उनकी समस्याओं को कौन सुनेगा?....इस तरह उनकी समस्या को कौन सुनेगा? पार्षदों की  बढ़ता गुस्सा देखकर महापौर डॉ सौम्या गुर्जर बैठक छोड़कर अपने कक्ष में आ गई. और उधर पार्षद भी नगर निगम निगम आयुक्त महेंद्र सोनी के कक्ष के बाहर आकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे. लेकिन महापौर और उपमहापौर ने पार्षदो का प्रतिनिधित्व नही किया.


उपमहापौर तो यह भी कहते नजर आए कि जब उनसे किसी मामले में राय नहीं ली जाती तो वह प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व क्यों करें. ऐसे में पार्टी की फूट साफ नजर आई. उधर पार्षदो का कहना है कि वार्डो में 2 अस्थाई कर्मचारी दे रखे है. लेकिन जोन उपायुक्त उनको वेरिफाई नही कर रहे जिसके कारण उनका भुगतान नही हो रहा है. मामला बढ़ता देख नगर निगम आयुक्त महेंद्र सोनी ने ईसी हॉल में पार्षदों के साथ बैठक की. जिसमें पार्षदों को आश्वासन मिला है कि दो-दो अस्थाई कर्मचारियो के वेरिफाई का मामले को जल्द निस्तारित कर दिया जाएगा.


दरअसल जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों के हाई कोर्ट से बरी होने के मामले में भाजपा ने 12 अप्रैल को रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन होना हैं. इस धरने-प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए नगर निगम मुख्यालय पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने भाजपा पार्षदों की बैठक ली थी. जैसे ही चतुर्वेदी बैठक से रवाना हुए पार्षदों ने महापौर सौम्या गुर्जर का विरोध शुरू कर दिया.


यह भी पढ़ें-


ITR फाइल करने वाले दें इन बातों पर ध्यान, वरना होंगे परेशान


चलती ट्रेन में भूलकर भी न करें ये काम, भरना होगा भारी जुर्माना