Jaipur News : द ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार (जीआईटीबी) के 12वें संस्करण का उद्घाटन जयमहल पैलेस में हुआ. जहां कार्यक्रम में 56 देशों से 283 प्रमुख इनबाउंड फॉरेन टूर ऑपरेटर्स (एफटीओ) फॉरेन बॉयर्स के रूप में भाग लिया.


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देश के 8 राज्यों से स्टेट टूरिज्म बोर्ड पर्यटन प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया. इस दौरान फॉरेन ट्यूर ऑपरेटर्स के साथ दो दिनों के भीतर करीब 10000 बीटूबी मीटिंग्स होना प्रस्तावित है.


22 अप्रेल को नई दिल्ली से जी-20 देशों के कई प्रतिनिधि और राजदूतों सहित करीब 70 फॉरेन ट्यूर ऑरेटर्स और को पैलेस ऑन व्हील्स से जयपुर लाया गया था. 24 अप्रैल यानि की आज और  25 अप्रैल को सीतापुरा स्थित जेईसीसी सेंटर में फॉरेन ट्यूर ऑपरेटर्स के साथ बीटूबी मीटिंग्स आयोजित की जाएगी.


आरटीडीसी चेयरमैन का संबोधन
तीन साल के अंतराल के बाद द ग्रेट इंडियन ट्रैवेल बाजार का आयोजन किया गया, जो 25 अप्रैल तक चलेगा. जीआईटीबी का आयोजन राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग, केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा किया जा रहा है. इस आयोजन को होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए.) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और क्षेत्रीय एसोसिशंस का सहयोग प्राप्त है.


आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि पैलेस ऑन व्हील्स दुनिया की 10 लग्जरी ट्रेनों में से एक है और 1982 में शुरू होने के बाद से चल रही है. उन्होंने सभी मौजूद लोगों से पैलेस ऑफ व्हील्स की यात्रा करने की अपील की,  क्योंकि यह अपनी तरह का अनूठा अनुभव है.


उन्होंने कहा कि राजस्थान राज्य का गर्मजोशी और आतिथ्य दुनिया भर में जाना जाता है. राजस्थान की पर्यटन नीतियां देश में सबसे श्रेष्ठ हैं. ग्रामीण पर्यटन नीति, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति जैसी भविष्योन्मुखी नीतियां राजस्थान को एक पसंदीदा डेस्टिनेशन बनाती हैं.  राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य भी, है जहां पर्यटन को बढ़ावा देते हुए इसे उद्योग का दर्जा दिया गया है.


राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि बी2बी इस मंच का एक आंतरिक हिस्सा है, जो सभी हितधारकों के लिए लाभकारी परिणाम देने में आगे है. बाजार सभी विदेशी टूर ऑपरेटरों के लिए व्यापार के बड़े अवसर देता है. जीआईटीबी पहली बार राजस्थान से वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था और समय के साथ-साथ यह लगातार मजबूत होता जा रहा है.


मुख्य सचिव ने आगे कहा कि राज्य राजधानी जयपुर के ठीक मध्य में झालाना लेपर्ड सफारी जैसे कई रोमांचक पर्यटन स्थल है. राज्य को ''बिग कैट्स'' की राजधानी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.


केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि जीआईटीबी के साथ-साथ जयपुर में जी—20 टूरिज्म एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है. जी—20 टूरिज्म एक्सपो के तहत देश भर में लगभग 200 बैठकें आयोजित की जा रही हैं. इससे देश के कई पर्यटन स्थलों का विश्व में प्रचार-प्रसार होगा.


सरकारी अधिकारियों के अतिरिक्त ट्रैवल ट्रेड और आतिथ्य क्षेत्र के प्रतिनिधियों को भी इसमें शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है.  इन बैठकों में जिन विषयों पर चर्चा की जा रही है. उनमें स्किल डवलपमेंट, डिजिटलीकरण, टूरिज्म एमएसएमई का विकास, सस्टेनेबल टूरिज्म आदि शामिल हैं. अरविंद सिंह ने कहा कि आज देश में पर्यटन क्षेत्र में राजस्थान की नीतियां सबसे अव्वल है.


फिक्की की पूर्व प्रेसिडेंट ज्योत्सना सूरी ने कहा कि पिछले वर्षों में 55 देशों के लगभग 2600 एफटीओ (फॉरेन टूर ऑपरेटर्स) ने मार्ट में भाग लिया है. भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन को बढ़ाने में बाजार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. सूरी ने कहा कि महामारी के बाद उद्योग अपने लचीलेपन के बल पर पटरी पर लौटा है.


राजस्थान पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि मार्ट में पहली बार 9 टूरिज्म बोर्ड में भाग ले रहे हैं. उन्होंने त्योहारों, नीतियों, हेरिटेज होटलों आदि के बारे में राज्य की अनूठी पहलों और पेशकशों पर प्रकाश डाला.


फिक्की के महासचिव शैलेष पाठक ने चिलिका झील में एक रिसॉर्ट का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे पर्यटन स्थलों के विकास से इसके आसपास रहने वालों की आय में वृद्धि होती है. इस अवसर पर फिक्की नांगिया एंडरसन नॉलेज पेपर ''इनबाउंड टूरिज्म इन इंडिया-अनलॉकिंग द पोटेंशियल'' का विमोचन किया गया.