Jaipur: राजस्थान में विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ राजनीतिक सरगर्मियां और तेज होती दिख रही हैं. कांग्रेस (Congress) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पहले से ही इन दोनों सीटों पर चुनाव के लिए अपनी तैयारियां कर रही हैं. इधर, दोनों ही पार्टियों ने अपना पूरा जोर उपचुनाव में लगाने की बात करते हुए अपने-अपने दावे दोनों सीट जीतने के किए हैं. उपचुनाव के साथ ही प्रदेश में मंत्रिमण्डल विस्तार पर बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) ने कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री तो विस्तार नहीं कर सकते हैं. अगर विस्तार हुआ तो कोई नया चेहरा ही ऐसा कर सकता है.


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राजस्थान में पिछले दिनों विधानसभा (Rajasthan Assembly) की 3 सीटों पर उपचुनाव के बाद अब मेवाड़ की 2 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. 30 अक्टूबर को उपचुनाव में मतदान होगा और 2 नवंबर को वोटों की गिनती से साफ हो जाएगा कि इन चुनाव में किस पार्टी को जीत मिल रही है लेकिन मतदान से पहले पार्टियां अपनी-अपनी मशक्कत में जुट गई हैं.
 
उपचुनाव में दोनों सीटें बीजेपी के खाते में लाने की कोशिश 
बीजेपी और कांग्रेस पिछले कुछ दिनों से अनौपचारिक रूप से प्रत्याशियों को लेकर मंथन कर रही हैं और अब इस चर्चा को औपचारिक स्वरूप दिया जाएगा. बीजेपी की बात करें तो यहां मेवाड़ में गुलाब चंद कटारिया सर्वमान्य नेता हैं और माना जाता है कि मेवाड़ में बीजेपी कोई भी बड़ा फैसला गुलाबचंद कटारिया से बात किए बिना नहीं लेती लेकिन कटारिया अपने आपको सिर्फ पार्टी का एक कार्यकर्ता बताते हुए कहा हैं कि भले ही विधानसभा चुनाव में मेवाड़ की इन दोनों सीटों पर एक कांग्रेसी और एक बीजेपी के खाते में रही हो लेकिन अबकी बार उपचुनाव में दोनों सीटें बीजेपी के खाते में लाने की पूरी कोशिश की जाएगी.


बीजेपी ही जीत दर्ज करेगी
कटारिया ने कहा कि भले ही पिछले चुनाव में वल्लभनगर सीट कांग्रेस के पास गई हो लेकिन यह वही सीट है जहां से जनसंघ ने मेवाड़ में अपना खाता खोला था. वहीं, कटारिया ने कहा कि अगर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला हुआ तब भी बीजेपी ही जीत दर्ज करेगी. हालांकि पार्टी की जीत का दावा करने वाले कटारिया ने दोनों ही सीट पर संभावित प्रत्याशियों के नाम का जिक्र अभी नहीं किया है. कटारिया ने कहा कि पार्टी जिसे भी कमल का निशान देकर भेजेगी उसे जिताकर लाने की जिम्मेदारी उनकी होगी.


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दोनों ही सीटें लम्बे समय तक बीजेपी के पास रही हैं
कटारिया ने कहा कि धरियावद और वल्लभनगर दोनों ही सीटें लम्बे समय तक बीजेपी के पास रही हैं. उन्होंने कहा कि उप-चुनाव में जीत कार्यकर्ताओं की हौंसला अफजाई के लिए भी महत्वपूर्ण है और इस बार के उपचुनाव के नतीजों के बाद प्रदेश में कोई बड़ा बदलाव हो जाए तो भी कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए. इसके साथ ही प्रदेश में मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार को लेकर भी कटारिया ने साफ कहा कि मौजूदा सरकार में अभी विस्तार होने के आसार नहीं हैं. कटारिया ने कहा कि दिल्ली और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में जो हालात हैं उससे यही लगता है कि जिस दिन मंत्रिमंडल का विस्तार होगा उस दिन सरकार जाएगी. इसके साथ ही कटारिया ने कहा कि अगर विस्तार हुआ तो मौजूदा मुख्यमंत्री (CM) नहीं बल्कि कोई नया फेस ही विस्तार कर सकता है.