क्या नहीं मंजूर होगा Hemaram Choudhary का इस्तीफा! इस नई जिम्मेदारी ने दिए संकेत
कांग्रेस के विधायक और गहलोत सरकार (Gehlot Government) में पूर्व में मंत्री रहे हेमाराम चौधरी (Hemaram Choudhary) का इस्तीफा मंजूर नहीं होगा.
Jaipur: कांग्रेस के विधायक और गहलोत सरकार (Gehlot Government) में पूर्व में मंत्री रहे हेमाराम चौधरी (Hemaram Choudhary) का इस्तीफा मंजूर नहीं होगा. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) ने हेमाराम चौधरी को नई जिम्मेदारी देकर इसी बात के संकेत दे दिए हैं.
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बाड़मेर जिले के गुढ़ामालानी विधानसभा क्षेत्र (Gudamalani Assembly Area) से विधायक हेमाराम चौधरी ने तकरीबन डेढ़ महीने पहले 18 मई को अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा था. उसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि क्या हेमाराम चौधरी का इस्तीफा मंजूर होगा या नहीं? लेकिन अब विधानसभा में समितियों के पुनर्गठन से यह साफ हो गया है कि हेमाराम चौधरी का इस्तीफा संभवतया मंजूर नहीं होगा.
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राजकीय उपक्रम समिति का सभापति बनाया हेमाराम चौधरी को
विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने विधानसभा में 4 वित्तीय समितियों और 15 अन्य समितियों का गठन साल 2021-22 के लिए किया है. पूर्व मंत्री और नाराजगी के चलते इस्तीफा देने वाले विधायक हेमाराम चौधरी को राजकीय उपक्रम समिति का सभापति बनाया गया है. हेमाराम चौधरी के इस्तीफे के तकरीबन डेढ़ महीने बाद गठित इन कमेटियों में हेमाराम को सभापति बनाए जाने से उनके इस्तीफे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष की मंशा लगभग साफ हो गई है. राजकीय उपक्रम समिति में हेमाराम चौधरी के साथ ही कुल 12 लोगों को शामिल किया गया है.
जानें किसे किस समिति में दी गई जगह
इस समिति में बाड़मेर जिले से ही पचपदरा विधानसभा क्षेत्र से आने वाले मदन प्रजापत के साथ विधायक जगदीश चंद्र, रुपाराम, वीरेंद्र सिंह, निर्मला सहरिया, राजेंद्र राठौड़, रामलाल शर्मा, विठ्ठल शंकर अवस्थी, रामप्रताप कासनिया, कांति प्रसाद मीणा और लक्ष्मण मीणा को भी जगह दी गई है. इसके साथ ही पायलट कैंप के दीपेंद्र सिंह शेखावत को सदाचार समिति का सभापति बनाया है तो बृजेंद्र ओला को प्रश्न एवं संदर्भ समिति का सभापति बनाया है. पायलट कैंप को छोड़कर सबसे पहले जयपुर लौटने वाले विधायक भंवरलाल शर्मा को भी सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति का सभापति बनाया गया है.
इस्तीफा देने के बाद विधानसभा अध्यक्ष से नहीं हुई हेमाराम चौधरी की मुलाकात
18 मई को हेमाराम चौधरी ने जब विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को इस्तीफा भेजा उसके बाद विधानसभा सचिवालय ने इस्तीफा मिलने की पुष्टि कर दी थी. इसके दो दिन बाद विधानसभा सचिवालय की तरफ से हेमाराम चौधरी को इस बात की सूचना भेजी गई कि इस्तीफे के संबंध में वे लोग डाउन की बाध्यता हटने के सात दिन में विधानसभा अध्यक्ष से मिलें. बीच में जयपुर आए हेमाराम चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन उनकी मुलाकात संभव नहीं हो सकी.
प्रदेश में लॉकडाउन में छूट का दायरा बढ़ गया है, इधर डॉक्टर सीपी जोशी भी सोमवार से सात दिन के दौरे पर जयपुर से बाहर रहेंगे. अपने विधानसभा क्षेत्र नाथद्वारा के दौरे पर रहने के चलते अगले सात दिन सीपी जोशी जयपुर में किसी से नहीं मिल पाएंगे. इन सब घटनाक्रम को लेकर इसी बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि अब संभवत हेमाराम चौधरी के इस्तीफे का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है और फिलहाल उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होगा.