जयपुर: 12 घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा, देर रात मिली ABVP के प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने की अनुमति
राजस्थान विश्वविद्यालय में नामांकन वापसी के पूरे दिन जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला.बड़ी संख्या में एबीवीपी के कार्यकर्ता डीएसडब्ल्यू कार्यालय पहुंचे और हंगामा करने लगे.
Jaipur: राजस्थान विश्वविद्यालय में नामांकन वापसी के पूरे दिन जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. सुबह एबीवीपी के उपाध्यक्ष और महासचिव पद के उम्मीदवारों के नामांकन रद्द होने के बाद एबीवीपी की ओर से डीएलडब्ल्यू कार्यालय पर जो हंगामा शुरू हुआ, वो देर रात करीब 10.30 बजे तक चला. हाई वोल्टेज ड्रामा,तीन दौर की मीटिंग और उसके बाद लिगल राय के बाद आखिरकार एबीवीपी के दोनों प्रत्याशियों को छात्र संघ चुनाव लड़ने की अनुमति मिली. महासचिव पद पर जहां अरविंद जाजड़ा एबीवीपी के प्रत्याशी हैं तो, वहीं उपाध्यक्ष पद पर साक्षी शर्मा एबीवीपी की प्रत्याशी हैं. दोनों छात्र नेताओं को चुनाव लड़ने की अनुमति मिलने के बाद डीएसडब्ल्यू कार्यालय के बाहर जोरदार नारेबाजी और जश्न का माहौल देखने को मिला.
गौरतलब है की एबीवीपी की ओर से जो पैनल घोषित किया गया था, उसने अपना नामांकन 22 अगस्त को दाखिल किया, तो वहीं आज नामांकन वापस लेने का समय सुबह 11 बजे से 2 बजे तक रखा गया था. लेकिन नाम वापसी के समय से पहले ही एबीपीपी के महासचिव प्रत्याशी का ईयर गेप होने के चलते नामांकन रद्द कर दिया गया, तो वहीं उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी साक्षी शर्मा का शपथ पत्र नहीं देने के चलते नामांकन रद्द किया गया. जिसके बाद करीब 11 बजे बड़ी संख्या में एबीवीपी के कार्यकर्ता डीएसडब्ल्यू कार्यालय पहुंचे और हंगामा करने लगे.
इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच कई बार राविवि प्रशासन और छात्रों के बीच में झड़प की स्थिति देखने को मिली, तो वहीं बीच बचाव करने के लिए पुलिस प्रशासन को मशक्कत भी करनी पड़ी. पुलिस प्रशासन ने भी राविवि में करीब 150 से ज्यादा पुलिस जवानों का जाप्ता तैनात किया,तो वहीं कमिश्नर ऑफिस भी बड़े अधिकारी राविवि कैम्पस पहुंचे. आखिरकार रात 10.30 बजे से पहले राविवि प्रशासन द्वारा लीगल राय लेने के बाद दोनों ही छात्र नेताओं को चुनाव लड़ने की अनुमति दी गई. जिसके बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इसको अपनी जीत करार दिया. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार और एनएसयूआई पर आरोप लगाते हुए कहा कि छात्र संघ चुनाव में प्रदेश की सरकार राजनीति कर रही है साथ ही एनएसयूआई को जीत दिलाने के लिए हर जोड़-तोड़ की राजनीति की जा रही है, लेकिन एबीवीपी ना कभी झुकी है और ना ही कभी झुकेगी.
तो वहीं राविवि की डीएसडब्ल्यू सरिना कालिया और अधिकारी एसएल शर्मा ने बताया कि दोनों ही प्रत्याशियों के नामांकन को लेकर जो गाइड लाइन थी, उसके अनुसार ही नामांकन रद्द किया गया था. साक्षी शर्मा ने शपथ पत्र नहीं लगाया था, तो वहीं अरविंद को हाईकोर्ट से राहत मिली थी, लेकिन लीगल राय लेने के बाद दोनों ही छात्र नेताओं को चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी गई.
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