सोशल मीडिया पर उदयपुर मर्डर का वीडियो किया शेयर तो जेल की हवा खाने को हो जाएं तैयार
उदयपुर में हिंदू टेलर कन्हैया लाल की तालिबानी तरीके से हत्या करने के बाद सोशल मीडिया पर केंद्रीय एजेंसी की पैनी नजर है और वारदात से जुड़े वीडियो को शेयर करने पर आप सलाखों के पीछे जा सकते हैं.
Jaipur : राजस्थान में उदयपुर हत्याकांड के बाद केंद्रीय एजेंसी की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कड़ी नजर है. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने नोटिस जारी कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से उदयपुर हत्याकांड के वीडियो को बढ़ावा देने, फिर महिमा मंडित करने या फिर सही ठहराने वाली सामग्री को तुरंत हटाने के निर्देश दिये हैं.
उदयपुर में हिंदू टेलर कन्हैया लाल की तालिबानी तरीके से हत्या करने के बाद सोशल मीडिया पर हत्यारों ने हत्या का वीडियो भी शेयर किया था. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसमें दोनों हत्यारे रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने चाकू से सिर कलम कर कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी.
केंद्र सरकार की तरफ से 29 जून को नोटिस जारी कर कहा कि उदयपुर की घटना के मद्देनजर सुरक्षा और विश्वास के अपने दायित्व के निर्वहन के रूप में आप किसी भी और सभी सामग्री को जिनमें ऑडियो, वीडियो, फोटो या किसी भी रूप में वारदात को दिखाया जा रहा हो, तुरंत हटा दें, जो इस हत्या और हत्या को प्रोत्साहित करने, महिमामंडित करने,न्यायोचित ठहराने के लिए प्रतीत होते हैं, ताकि किसी भी तरह के उकसावे और सार्वजनिक व्यवस्था में व्यवधान को रोका जा सके और सार्वजनिक शांति और सद्भाव बहाल रखा जा सके.
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