Jaipur: पूर्व सैनिक रिछपाल सिंह ने दुनिया को कहा अलविदा, जाते-जाते भी 4 लोगों को दिया नया जीवन
राजस्थान में अंगदान की मुहिम अब रंग लाने लगी है, जिसके चलते प्रदेश में बुधवार को 48वां अंगदान हुआ है. देश की सेवा करने के बाद सीकर का रहने वाला पूर्व सैनिक रिछपाल सिंह दुनिया से जाते जाते भी मानव सेवा कर गया.
Jaipur: राजस्थान में अंगदान की मुहिम अब रंग लाने लगी है, जिसके चलते प्रदेश में बुधवार को 48वां अंगदान हुआ है. देश की सेवा करने के बाद सीकर का रहने वाला पूर्व सैनिक रिछपाल सिंह दुनिया से जाते जाते भी मानव सेवा कर गया.
पहले सैनिक के रूप में देश की सेवा की और जब दुनिया से जाने की बारी आई तो सीकर का यह देवदूत जाते जाते भी चार लोगों को अंगदान कर नया जीवन दे गया. पूर्व सैनिक सीकर निवासी रिछपाल सिंह जाखड़ का उनका परिजनों ने अंगदान किया है. ब्रेन डेड घोषित होने के बाद परिजनों की सहमति से उनके शरीर से चार अंग निकाल कर ट्रांसप्लांट किए जाएंगे.
ब्रेन डेड का हार्ट EHCC हॉस्पिटल, एक किडनी एसएमएस हॉस्पिटल, दूसरी किडनी मणिपाल हॉस्पिटल और लिवर महात्मा गांधी अस्पताल में ट्रांसप्लांट किया गया, जिससे चार लोगों को नया जीवनदान मिलेगा. 57 वर्षीय रिछपाल सिंह जाखड़ सीकर में 29 अगस्त 2022 को अपने घर के पास मार्केट से घर का सामान लेकर बाइक से लौट रहे थे, जहां सामने से आ रही कार ने उन्हें टक्कर मार दी.
टक्कर में रिछपाल गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें सीकर स्थित एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां पर हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जयपुर स्थित मणिपाल अस्पताल जयपुर में भर्ती करवाया गया, यहां भर्ती होने के बाद से ही रिछपाल की हालत गंभीर बनी हुई थी. 30 अगस्त को चिकित्सकों की टीम ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया.
यह भी पढ़ें - कांग्रेस विधायक और मंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के बयान पर आमने सामने
जिसके बाद अस्पताल के ट्रांसप्लांट कोर्डिनेटर और चिकित्सकों ने मरीज के परिजनों से समझाकर उनके अंगदान करने को कहा, तब रिछपाल के बेटे कुलदीप सिंह और अन्य परिजनों ने मानव सेवा के लिए अंगदान करने की सहमति प्रदान की. कुलदीप सिंह ने बताया कि उनके पिताजी ने 17 वर्षों तक 24 राजपूत रेजीमेंट में नायक के पद पर अपनी सेवाएं प्रदान की है.
सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाईजेशन और राजस्थान पुलिस की सहायता से ग्रीन कोरिडोर बनाकर एक किडनी को सवाई मानसिंह चिकित्सालय, लिवर को महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर और हार्ट को इंटरनल हार्ट केयर सेन्टर जयपुर में पहुंचाया गया, जिससे 4 लोगों का जीवन बचाया संभव होगा.
जयपुर की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खबरें और भी हैं...
कांग्रेस विधायक और मंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के बयान पर आमने सामने
Ganesh Chaturthi 2022: गणपति प्रतिमा लाते समय रखें अपनी राशि का ध्यान, होगी रुपयों की बारिश
Aaj Ka Rashifal : आज बुधवार को गणेश जी मिथुन,मकर और कुंभ को देंगे खुशियां, जानें आपकी राशि का हाल