Police Commissioner Anand Srivastava Farewell Ceremony​: एडीजी आनंद श्रीवास्तव को आज जयपुर पुलिस कमिश्नर के पद से विदाई दी गई. तकरीबन साढ़े चार साल से भी अधिक समय तक आनंद श्रीवास्तव जयपुर के पुलिस कमिश्नर रहे और इस दौरान कई चुनौतियों का सामना उन्होंने किया. आनंद श्रीवास्तव को जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारियों द्वारा एक भव्य विदाई दी गई. कमिश्नरेट के इतिहास में पहली बार किसी कमिश्नर को इतनी भव्य विदाई दी गई. चांदपोल स्थित रिजर्व पुलिस लाइन में विदाई समारोह का आयोजन किया गया.


एडीजी आनंद श्रीवास्तव की पुलिस कमिश्नर के पद से विदाई 


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एडीजी आनंद श्रीवास्तव को प्रोटोकॉल के तहत एस्कॉर्ट कर चांदपोल स्थित रिजर्व पुलिस लाइन लाया गया. जहां सबसे पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद एडिश्नल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश, कुंवर राष्ट्रदीप और कैलाश बिश्नोई ने आनंद श्रीवास्तव का स्वागत किया. इसके बाद आनंद श्रीवास्तव ने रिजर्व पुलिस लाइन में बने नए सेमिनार हॉल का उद्घाटन किया.


अपने कार्यकाल को लेकर अनुभव साझा किए


इसके बाद उन्होंने सेमिनार हॉल में पुलिसकर्मियों के नीट व अन्य परीक्षा पास करने वाले बच्चों को सम्मानित किया. इसके बाद एसआई की परीक्षा पास करने वाले पुलिस के जवानों को सम्मानित किया गया. वहीं इसके बाद आनंद श्रीवास्तव ने कमिश्नरेट के तमाम अधिकारियों व जवानों की संपर्क सभा ली. इसके बाद पुलिस लाइन के कुछ कार्मिकों को उपहार भी बांटे गए. इसके बाद लाइन में आनंद श्रीवास्तव को साफा और माला पहनाकर विदाई दी गई. आनंद श्रीवास्तव ने सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और अपने कार्यकाल को लेकर अनुभव साझा किए.


इतिहास में पहली बार किसी कमिश्नर को इतनी भव्य विदाई 


अपने कार्यकाल का अनुभव साझा करते हुए आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि जयपुर में वह पहले भी अलग-अलग पदों पर पदस्थापित रह चुके हैं. इस दौरान कई तरह की चुनौतियां सामने आई. जिनका पूरी टीम के साथ मिलकर सामना किया गया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पुलिस के सामने कई बड़ी चुनौतियां थी लेकिन पूरी टीम ने मिलकर हर चुनौती का सामना किया. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में जयपुर पुलिस ने दृष्टिहीन विद्यार्थियों के एक स्कूल को गोद लिया और वहां मौजूद सभी विद्यार्थियों का पूरा ध्यान रखा.


कोरोना काल में चुनौतियों को याद कर बताए वो पल


लोगों को उनके घरों तक खाना पहुंचाया और मरीजों के इलाज में मदद की. इसके साथ ही कई चुनौतियों पर पुलिस ने जीत पा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में अपराध के ट्रेंड में काफी बदलाव हुआ है और कई तरह की चुनौतियां आज पुलिस के सामने हैं. जिनसे निपटने के लिए काफी काम करना बाकी है. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अपराध को रोकने में जनता का बड़ा महत्वपूर्ण रोल रहता है.


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अपराधी और अपराध के बारे में पुलिस को जानकारी देकर जनता अपना रोल निभा सकती है. साथ ही उन्होंने कहा कि जयपुर पुलिस सदैव जनता के हित में काम करती आई और आगे भी करती रहेगी. इसके बाद आनंद श्रीवास्तव को साफा और माला पहना कर मोमेंटो भेंट किया गया. वहीं जयपुर पुलिस की बैंड की धुनों पर ओपन जीप में बैठा विदाई दी गई.


जयपुर पुलिस की बैंड की धुनों पर शानदार विदाई


आनंद श्रीवास्तव के बाद अब सरकार ने एडीजी बीजू जॉर्ज जोसफ को जयपुर पुलिस कमिश्नर की कमान सौंपी है. आगामी विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से पूर्ण कराना और क्राइम कंट्रोल बीजू के सामने एक बड़ी चुनौती रहेगी. देखना होगा की किस तरह बीजू जयपुर पुलिस की पूरी टीम को अपने साथ लेकर तमाम चुनौतियों का सामना करते हैं.