Jaipur news: प्रदेश में सरकार बदल गई है, लेकिन सिस्टम में बैठे अधिकारियों की कार्यशैली अब तक नहीं बदली है. एक बुजुर्ग और विधवा महिला न्याय के लिए दर-दर के ठोकर खा रही हैं.उन्होंने एसएचओ से लेकर जयपुर कमिश्नर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन न्याय नहीं मिला.


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जयपुर के विद्याधर नगर की रहने वाली मालती वशिष्ठ नाम की बुजुर्ग और विधवा महिला, जिन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी के पद से सेवा निवृत्त होने के बाद टाटियावास गांव में जमीन खरीदी थी. यह जमीन मालती वशिष्ठ ने रिटायरमेंट के बाद मिले रुपयों से वर्ष 2009 में   600 गज जगह में खरीदी थी. अब न्याय की मांग कर रही हैं.इस जमीन को लेकर विवाद हो गया है, और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है.दरअसल,  इस जमीन पर कुछ भूमाफियाओं की निगाह पड़ गई और जमीन को लेकर विवाद खड़ा हो गया. कुछ माफियाओं ने इस जमीन पर अपना दावा कर रहे हैं. 



इस बाबत महिला ने चौमूं थानाधिकारी से लेकर जयपुर कमिश्नर तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उसकी कही सुनवाई नहीं हुई.उपखंड कार्यालय में शुक्रवार को जाकर महिला ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपकर इच्छा मृत्यु की मांग की है.


बुजुर्ग महिला मालती वशिष्ठ ने SDM को बताते उनकी आंखें भर आई. उन्होंने अपने पति की हालत के बारे में बताते हुए कहा है कि, उनके पति का 20 दिन पहले देहांत हो गया था और अब उन्हें भी न्याय नहीं मिल रहा है, जिसके कारण वह भी परेशान हैं.उन्होंने भी इच्छा मृत्यु की मांग कर ली है.


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