Jaipur: जयपुर की जिला प्रमुख रमा देवी चौपड़ा ने मंच से कहा कि बैठक में सीईओ और एडीएम नहीं आए है. ऐसे में जब अधिकारी नहीं आए तो निर्देश किसे देंगे. इसलिए बैठक को स्थगित किया जाता है. करीब 90 मिनट बाद बाद जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जसमीत संधू बैठक में पहुंचे. साथ ही ADM तृतीय अशोक कुमार भी बैठक में देरी से पहुंचे. लेकिन इससे पहले नाराज जिला प्रमुख रमा देवी अपने कार्यालय में जाकर बैठ गई.


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जब सीईओ बैठक में आए तो मौके पर मौजूद जिला परिषद सदस्यों ने उनके सामने जमकर हंगामा किया और उनके खिलाफ नारेबाजी की. गुस्साए जिला परिषद सदस्यों ने सभागार के दोनों गेट बंद कर दिए और अधिकारियों को बाहर जाने से रोक दिया. करीब एक घंटे तक अधिकारियों को सभागार में बंद रखा गया. इसके बाद अधिकारियों को बाहर निकलने का मौका मिला.


जिला प्रमुख रमा देवी चौपड़ा ने कहा कि मैंने सीईओ और कलक्टर आफिस से एडीएम का इंतजार किया. करीब एक घंटे तक दोनों का इंतजार किया. सीईओ को फोन किया तो कॉल रिसीव नहीं किया. बैठक में 100 से 150 किलोमीटर दूरी तक के जनप्रतिनिधि आए थे. हर बार बैठक में अधिकारी समय पर नहीं आते है. विकास कार्य को लेकर होने वाले अटके हुए है.


ऐसा लगता है कि सरकार नहीं चाहती की हम कोई विकास कार्य करें और लग रहा है कि जैसे अधिकारी सरकार के दबाव में ऐसा कार्य कर रहें है. सीईओ जसमीत संधू ने कहा कि मैं लोकायुक्त कार्यालय में गया था. वहां कार्य था. जिसकी जानकारी जिला प्रमुख को दे दी थी. तकरार के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मेरी जिला प्रमुख से कोई तकरार नहीं है.


हम जिला परिषद में विकास कार्यों को बढ़ावा देने को लेकर कार्य करते है. जिला परिषद सदस्य रामरतन नासना व अन्य ने कहा कि पिछले आठ महीने से कोई बैठक नहीं हुई. आज बैठक हुई तो अधिकारी बैठक में नहीं आए.


वहीं, अब तक जिला परिषद के विकास कार्यों को देखें तो साफ हो जाएगा कि कोई विकास कार्य नहीं किया गया है. अधिकारी कोई काम नहीं करते हैं. जिसकी वजह से कामकाज ठप्प हो रखा है. उधर जिला परिषद सदस्यों ने जिला कलेक्टर को विकास कार्य नहीं होने को लेकर ज्ञापन सौंपा.


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