Jaipur News: 18 जनवरी को जयपुर के प्रतापनगर थाने में कक्षा 11वीं में पढ़ने वाली 16 साल एक नाबालिग बालिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी, जिसमें बताया गया था कि एक कैफे में काम करने वाले कमल नाम के युवक के साथ वो कहीं चली गई है और मिल नहीं रही. इस पूरे प्रकरण में नाबालिग बालिका की तलाश के लिए थाना स्तर पर विशेष टीमें गठित की गई. आखिरकार 1 फरवरी को कानोता बांध में एक शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान इसी बालिका के तौर पर हुई. 


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अब पुलिस को ये पूरा मामला साफ-साफ हत्या कर शव को ठिकाने लगाने का नजर आ चुका था. पूरे प्रकरण में मुख्य वांटेड आरोपी कमल धोबी को कांस्टेबल शंकर लाल और बजरंग लाल की सूचना से मानसरोवर से हिरासत में लिया गया और फिर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वो एक साल पहले मृतका से उसके घर के पास ही मिला था, जिससे उसकी दोस्ती हो गई थी. 


17 जनवरी को आरोपी गांव चंदवाजी से जयपुर आया और उसने मृतका को भैरू सर्किल प्रताप नगर जयपुर से उसके कमरे पर द्वारकापुरी प्रताप नगर बुलाया. आरोपी ने मृतका को उसकी सगाई के बारे में बताया कि आरोपी के घरवाले उसकी शादी जाति की लड़की से कर रहे है और उसको उसी से शादी करनी पड़ेगी. इस बात को लेकर मृतका और आरोपी के बीच झगड़ा हो गया और आरोपी ने मृतका को दुप्पटे से गला दबाकर मार दिया. उसके बाद में रात को ही निमराणा अलवर चला गया. 


आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि 18 जनवरी को उसने अपने भाई रवि धोबी, जो मानबाग दिल्ली रोड जयपुर पर रहता है, उसको पूरी बात बता दी, जिसके बाद भाई ने मैंने डेड बॉडी को कानोता बांध में डालने की प्लान बनाया. 


इसके बाद दोनों भाई मोटर साइकिल लेकर द्वाराकापुरी प्रताप नगर जयपुर आए और मृतका की बॉडी के पैर मोडकर उसे कंबल में बांधकर मोटरसाइकिल पर रखकर कानोता बांध में डाल दिया था. पूरे मामले में हत्यारे के भाई रवि धोबी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. 


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