Jaipur: जयपुर जिले के शाहपुरा के एक गांव खोरालाडखानी में 5 साल की मासूम स्ट्रीट डॉग का शिकार हो गई. डॉग के हमले से मासूम के फेफड़े में आर पार छेद हो गए जिसे चेस्ट ट्यूब और सर्जरी के जरिए सील किया गया है.


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जयपुर के जेके लोन अस्पताल में भर्ती बच्ची अभी भी पूरी तरह खतरे से बाहर नहीं है. डॉक्टर की माने तो बच्ची अभी हीमोडायनेमिकली स्टेबल है लेकिन उम्मीद यही है कि अगले 10 दिन में बेहतर सुधार होगा. जेके लोन अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि ये केस एसएमएस अस्पताल से रेफर होकर आया था. जिसमें बच्ची के चेस्ट एरिया में मल्टीपल डॉग बाइट है. इनमें गहरे बाइट भी थे.


जिससे फेफड़े में छेद हो गया. फेफड़े के छेद से एयर लीक हो रही थी. इससे बच्ची के न्युमोथोरेक्स नामक बीमारी हो गई है. इसमें फेफड़ों को कवर करने वाली लेयर प्लूरा में हवा भर जाती है. जो फेफड़े को प्रेशर से कॉलेप्स करने लग जाती है. बच्ची की कंडीशन को समझते हुए चेस्ट ट्यूब को रिटेन किया है, इसके अलावा जिन जगहों से एयर लीक कर रही थी, उन्हें सील किया गया है. अब एंटीबायोटिक, रेस्ट और फिजियोथैरेपी से लीक बंद होंगे.


बच्ची फिलहाल हीमोडायनेमिकली स्टेबल है. बच्ची कितने दिनों में रिकवर करेगी ये कहना मुश्किल है. लेकिन उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि बच्चों में हीलिंग कैपेसिटी अच्छी होती है, तो ऐसी इंजरी जल्द रिकवर कर जाती है.


आवारा कुत्तों काटने पर प्राथमिक उपचार


डॉक्टर्स की माने तो जिस जगह पर कुत्ते ने काटा है उस जगह को गर्म पानी से साबुन लगाकर धो लेना चाहिए.एहतियात के तौर पर जीवाणुरोधी लोशन भी घाव पर लगाया जा सकता है. इसके अलावा घाव के हिस्से को धोने के बाद वहां पर एंटीसेप्टिक लगाएं. इतना करने के बाद तुरंत रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल जाना चाहिए.


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