Jaipur News: जयपुर-अजमेर की बीच बन रहे 10 में से 7 फ्लाइओवर पर ट्रैफिक दौड़ने लगा है. इससे ट्रैफिक जाम से निजात मिलने के साथ ही समय की बचत भी हो रही है. सातवां  मौखमपुरा फ्लाइओवर ट्रायल के बाद लोगों के लिए खोल दिया है. पहले दो दिन तक फ्लाइओवर पर भारी वाहनों की ट्रायल की गई.


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इस फ्लाइओवर का काम 19.22 करोड़ की लागत से पूरा हुआ है. अब तीन फ्लाईओवर और बचे हैं, जिनमें से दीपावली से पहले पड़ासोली, नवम्बर में कमला नेहरू और 15 जनवरी तक भांकरोटा फ्लाईओवर भी शुरू कर दिया जाएगा. 


एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य ने बताया कि नरसिंहपुरा, महला, मौखमपुरा, बांदरसिंदरी, गाड़ौता, सांवरदा, दहमीकलां बालाजी फ्लाईओवर का काम पूरा हो चुका है. ये सभी लोगों के लिए खोल दिए गए हैं. इनके शुरू होने के बाद जयपुर से अजमेर जाने और आने में करीब 30 मिनट की बचत हो रही है। वहीं लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिली है.


सभी फ्लाईओवर शुरू होने के बाद जयपुर से अजमेर की 140 किमी की दूरी 1 घंटे 50 मिनट में पूरी हो जाएगी. अभी इस दूरी को तय करने में करीब ढाई घंटे का समय लग रहा है. इसमें भांकरोटा में बन रहा फ्लाइओवर महत्त्वपूर्ण है. हीरापुरा से नरसिंहपुरा स्थित महेंद्रा सेज के बीच में 52 करोड़ की लागत से तीन फ्लाइओवर बन रहे हैं.


6 किमी के बीच में बन रहे इन फ्लाइओवर से 15 मिनट की बचत होगी. फ्लाइओवर बनने के बाद हीरापुरा से महेंद्रा सेज जाने-आने वाले लोगों के राह आसान हो जाएगी. हीरापुरा, भांकरोटा और नरसिंहपुरा चौराहे रहने वाले ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी.


भांकरोटा में बनने वाला फ्लाइओवर 500 मीटर लंबा और 22 मीटर चौड़ा होगा. कुल 6 लेन का फ्लाइओवर बन रहा हैं. दोनों तरफ 3-3 लेन होगी. वहीं हीरापुरा पर बनने वाला फ्लाइओवर अजमेर-दिल्ली एक्सप्रेस हाइवे के पैरलल बन रहा है. यह बनने के बाद दिल्ली जाने वाले वाहन सीधे निकल जाएंगे और जयपुर सिटी के लिए जाने वाले वाहन फ्लाइओवर के नीचे से गुजरेंगे.