Jaipur: जयपुर में आयोजित हो रहे आईपीएल मैचों से ठीक पहले होने वाले विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे है.विवादों की शुरुआत जयपुर में 19 अप्रैल जो आयोजित हुए पहले मैच से ही शुरू हो गया था जो अब तक खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा है.शुक्रवार शाम जयपुर में राजस्थान रॉयल्स बनाम गुजरात के बीच मैच से पहले IPL मैच के पासेज के कारण विवाद बढ़ गया.


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मैचों के टिकट की कालाबाजारी
 मिली जानकारी के मुताबिक खेल परिषद के उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी ने खेल परिषद सचिव के जीएल शर्मा के पास इस बारे में शिकायत लेकर पहुंचे.खेल परिषद के कुछ स्टाफ सदस्य मैचों के टिकट की कालाबाजारी कर रहे है. ये मामला इतना ज्यादा तूल पकड़ा कि खेल सचिव के दफ्तर के बाहर थोड़ी ही देर में खेल परिषद के कर्मचारी बड़ी संख्या मे जमा हो गए.


उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी 
 सात ही खेल परिषद उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू हो गई. कल से ही खेल परिषद से जुड़े कर्मचारी इस बात से खासे नाराज थे कि उनको मैच के पासेज नहीं दिए जा रहे है.पासेज कालाबाजारी का मामला  इतना तूल पकड़ा कि खेल सचिव के कमरे के अंदर उनकी मौजूदगी में जमकर खेल परिषद उपाध्यक्ष और खेल परिषद स्टाफ के बीच जमकर गहमागहमी हो गई. जैसे तैसे खेल परिषद उपाध्यक्ष मौके से अपने कक्ष तक पहुंचे.


उपाध्यक्ष सतवीर मांगें माफी 
 खेल परिषद स्टाफ की मांग थी कि उन पर टिकट कालाबाजारी के जो आरोप लगे है उन्हें लेकर उपाध्यक्ष सतवीर माफी मांगें. इसके बाद पासेज का विवाद इतना बढ़ गया कि खेल परिषद स्टाफ ने मैच के जो पास उनको मिले उन्हें खेल परिषद की बिल्डिंग के ठीक बाहर जलाया और जमकर राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की. 


खेल परिषद स्टाफ और राजीव खन्ना के नोकझोंक 


बढ़ते विवाद को देखते हुए राजस्थान रॉयल्स के ऑपरेशन हेड राजीव खन्ना, खेल सचिव के दफ्तर मे पहुंचे. इसके बाद कुछ देर तक गहमागहमी के बीच खेल सचिव की मौजूदगी में खेल परिषद स्टाफ और राजीव खन्ना के बीच मैच पास को लेकर नोकझोंक चलती रही. मामला बढ़ता देख राजीव खन्ना ने मुख्यमंत्री ओएसडी को कॉल लगाया और बताया कि कैसे उनकी टीम काम नहीं कर पा रही है और खेल परिषद की तरफ के गेट्स को स्टाफ ने बंद कर दिया है .


 इसके बाद सीएम ओएसडी ने फोन पर खेल परिषद सचिव जीएल शर्मा ने बातचीत की. साथ ही  खेल परिषद अध्यक्ष कृष्णा पुनियां  ने भी जानकारी ली.  इसके बाद पूरा मसला सुलझने के आसार बने. साथ ही तय हुआ कि 5 अप्रैल के मैच के प्रति स्टाफ एक पास , 7 मई के मैच के दो और आखिरी 14 मई के मैच के तीन पास प्रति खेल परिषद , खेल विभाग के स्टाफ को दिए जायेंगे. वहीं खेल परिषद उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी के साथ हुए विवाद को लेकर खेल परिषद स्टाफ ने लिखित मे शिकायत देने की बात कही है.


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