Jaipur News: पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट पर मोर्चा संभाल लिया है. कांग्रेस की तरफ़ से अमेठी के लिए सीनियर ऑब्ज़र्वर बनाये गए गहलोत का मानना है कि कांग्रेस ने यहां ज़मीनी कार्यकर्ता किशोरी लाल शर्मा को उतारा है. ऐसे में उनकी जीत पक्की है.


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उन्होंने कहा कि लोग बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के 5-5 साल के दो अलग काम का आंकलन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव में हारने के बाद स्मृति ईरानी नियमित रूप से अमेठी आती-जाती रही. वहां के डॉक्टर्स को लखनऊ बिठा दिया. जो जाता, उसका इलाज भी करवाया जाता लेकिन सांसद बनने के बाद जो रवैया रहा, उसके बाद अमेठी के लोग राहुल गांधी को याद करते हैं.



पूर्व सीएम ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद अमेठी के लोगों का मान-सम्मान और सांसद ईरानी दोनों ही गायब हो गए. लिहाजा अबकी बार वहां का मिजाज़ अलग है. गहलोत ने कहा कि केएल शर्मा 40 साल से पूरा काम देख रहे हैं. एक-एक कार्यकर्ता को जानते हैं. लोगों का उनसे सीधा सम्पर्क है. ऐसे में लोग भी मानते हैं कि शर्मा जनता के सुख-दुख में काम आएंगे.



गुस्से में है पूरा देश
राहुल गांधी ने अब अडाणी-अंबानी का नाम लेना बंद क्यों कर दिया? पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह बयान दिया तो उसके बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम के इस बयान पर सवाल उठाया है. गहलोत ने कहा कि पीएम के इस बयान ने इतिहास रच दिया. वे बोले कि पूरा देश हंस रहा है. कुछ लोग गुस्से में भी हैं. दरअसल लोग समझ नहीं पा रहे कि ये ऐसा क्यों बोल रहे हैं. इस पर बीजेपी वालों से भी बयान का बचाव करते नहीं बन रहा.


गहलोत ने कहा कि जब प्रधानमंत्री यह बयान दे रहे थे? उससे पहले दिन खुद उन्होंने राहुल गांधी को अड़ाणी-अम्बानी का मुद्दा उठाते सुना. गहलोत ने कहा कि उनका तो चुनाव का मुद्दा ही यही है कि देश में 22 इण्डस्ट्रियलिस्ट को 70 फीसदी जनता के बराबर पैसा दे दिया? उनका 16 लाख करोड़ का कर्जा माफ कर दिया. पूर्व सीएम ने कहा कि दोनों का नाम लेकर बोल रहे पीएम अब एक्सपोज़ हो चुके हैं.