Jaipur News: खेल मंत्री राजवर्धन सिंह राठौड़ ने गुरुवार को एसएमएस स्टेडियम का दौरा किया और खेल विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर स्टेडियम को बेहतरीन रूप से तैयार कर खिलाड़ियों को सुविधा देने की बात की. 


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इस दौरान मंत्री राज्यवर्धन सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि जब राजधानी जयपुर के स्टेडियम की बात आती है तो लोगों के दिमाग में सबसे बेहतरीन सुविधायुक्त स्टेडियम दिमाग में आता है लेकिन इस तरह की सुविधा यहां पर तैयार नहीं की गई. अब हम इस एसएमएस स्टेडियम को विश्व स्तर का स्टेडियम बनाने के विजन के साथ अब आगे काम करेंगे. 


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यहां एक  जिम बनाने का प्रोजेक्ट पहले से चल रहा है लेकिन जल्दबाजी में जिम के इक्विपमेंट भी खरीद लिए गए थे लेकिन जिम का एरिया बहुत छोटा सा बनाया जा रहा है. ऐसे में उसको बढ़ाकर एक बेहतरीन जिम यहां पर बनाया जाएगा और खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधा मिले और खेलों के क्षेत्र में राजस्थान की प्रतिभाओं को तराशा जाए. उन्हें सभी सुविधाएं मिले इसके लिए लगातार प्रयास किया जाएगा.


राठौड़ ने कहा कि हम हर संभाग के अंदर एक सेंटर आफ एक्सीलेंस लेकर आएंगे जो कि इंटरनैशनल स्टैंडर्ड का होगा और खेल प्रतिभाओं को तरासने के लिए कॉरपोरेट क्षेत्र की तरह काम किया जाएगा.


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 Jaipur News: 'मथुरा-काशी जैसे विवादों का हल अदालतों के बाहर तलाशने की कोशिश करें'


Jaipur News: किसी भी विवाद का आपसी सहमति से हल निकलता है तो उसकी बात कुछ और होती है, इससे विवाद का हल निकलने के साथ-साथ दिल भी मिलते है और एक दूसरे के प्रति सम्मान और विश्वास भी लौटता है..... यह संबोधन गुरुवार को चार दरवाजा स्थित दरगाह मौलाना जियाउद्दीन साहब में ‘पैगाम-ए-मोहब्बत: हम सब का भारत’ विषय पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने दिए.


सैयद जैनुल ने कहा कि भारत में आजादी के बाद भी कई चुनौतियों का सामना कर उन पर जीत हासिल की है. हमारी कई पीढ़ियों ने धार्मिक विवादों का भी सामना किया है. हमें यह बात समझना होगी कि अदालतों के निर्णय में एक पक्ष जीतता है और एक पक्ष हारता है. कहीं ना कहीं एक पक्ष निर्णय से असहमति के साथ-साथ अपने दिल में खटास और द्वेषता नहीं समाप्त कर पाता है. दोनों पक्ष, दोनों धर्मों के लोग मथुरा-काशी जैसे विवादों का हल अदालतों के बाहर तलाशने की कोशिश करें. उन्होंने सीएएए पर कहा कि बीते कई साल से मुसलमानों को गुमराह किया गया है. सीएएए कानून से भारत के मुसलमानों की नागरिकता छीनने की कोशिश हो रही है. यह किसी की भी भारतीय नागरिकता छीनने के लिए नहीं है.