Jaipur : जयपुर में रविवार को जमकर पतंगबाजी के बीच राजनेताओं ने भी अपना हुनर दिखाया. राजनीति के मैदान में दांव पेंच दिखाने वाले नेताओं ने आसमान में पतंगबाजी में शह और खींच में पेंच काटे. बीजेपी हो या फिर कांग्रेस, सभी दलों के नेताओं ने समर्थकों के साथ पतंगबाजी कर मकर संक्रांति पर उल्लास का संदेश दिया.


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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित उनकी कैबीनेट के कई मंत्रियों और विधायकों ने भी पतंगबाजी की. वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित उनके सहयोगी नेता तथा कांग्रेस नेता वैभव गहलोत ने भी पतंगबाजी का लुत्फ लिया. सीएम भजनलाल शर्मा सुबह किशनपोल बाजार स्थित सौंखियों का रास्ता स्थित रामेश्वरम सदन पहुंचे. यहां पर फूल बरसाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया. इसके बाद भजनलाल शर्मा ने पतंग भी उड़ाई तथा प्रदेश को विकास की की उंचाइयों पर ले जाने का संकल्प सुझाया.


इन दिग्गज नेताओं ने भी उड़ाई पतंग


मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, मंत्री जोराराम कुमावत, विधायक गोपाल शर्मा, कांग्रेस नेता वैभव गहलोत भी पतंगबाजी के लिए पहुंचे. जोशी ने पतंगबाजी पर हाथ अजमाते हुए पेच लड़ाया और कहा कि जिस तरह से सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहा है उसी तरह देश में भी युग परिवर्तन हो रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश करवट ले रहा है. 


भारत लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है. करोड़ों लोगों ने राम मंदिर का सपना देखा, अब वो साकार हो रहा है. आज की पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि उनका रामलला के मंदिर में विराजने का सपना साकार हो रहा है. पतंगबाजी और राजनीति के दांव पेच को लेकर जोशी ने कहा कि राम मंदिर जन आस्था का विषय है इसमें कहीं भी राजनीति नहीं होनी चाहिए. सभी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होकर भागीदार बनना चाहिए.


निजी मंदिरों में भी मनाई जाएगी दिवाली 


देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि 22 जनवरी को देवस्थान सहित सभी निजी मंदिरों में दिवाली का उत्सव मनाया जाएगा. मंदिरों में साफ सफाई सजावट, प्रसाद सत्संग आदि के लिए देव स्थान के मंदिरों को प्रति मंदिर दस हजार रुपए का बजट जारी कर दिया गया है.


विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि सूर्य के उत्तरायण का मतलब है कि विकास की शुरुआत का समय है. पतंग उड़ाने का विशेष महत्व है पतंग की डोर को इतनी ढील मत दो कि कोई काट जाए, पतंग की डोर इतना भी नहीं खींचों की पतंग कट जाए. मतलब जीवन में ढील और खींच का सतुंलन रखें. 


वैभव गहलोत ने भी उड़ाई पतंग 


राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है. भारत पांचवी अर्थ व्यवस्था होनी है. विकसित भारत रूप में बढ़ रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने पतंग उड़ाई. इस बार वैभव ने विधानसभा चुनाव में हाथ नहीं अजमाया, लेकिन पतंगबाजी पर जरूर पेच लड़ाए. वैभव ने पतंग उड़ाई और पेच भी लड़ाए, जब तक वो किसी की पतंग काटते कोई उनकी ही पतंग काटकर चला गया.