Jaipur: वाणिज्यिक कर विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक हुई. वाणिज्यिक कर विभाग के मुख्य आयुक्त रवि कुमार सुरपुर ने विभाग में राजस्व संग्रहण में कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सुरपुर ने झालाना स्थित एक्सिलेंस सेंटर ऑफ राजस्थान में वाणिज्यिक कर विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में उपायुक्तों को निर्देशित किए. 


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बैठक में मुख्य आयुक्त ने कहा कि विभाग द्वारा सरकार को सर्वाधिक राजस्व उपार्जित करने की जिम्मेदारी का निर्वहन सभी अधिकारियों को कर्तव्यनिष्ठा और संवेदनशीलता के साथ करना होगा. उन्होंने बैठक में सभी उपायुक्तों से संबंधित ज़ोन में वित्तीय वर्ष की प्रथम त्रैमासिक रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए अधिकाधिक सर्वे और रिकवरी के माध्यम से राजस्व संग्रहण करने के लिए निर्देशित किया. अजमेर, कोटा और जोधपुर द्वितीय ज़ोन को पिछले महीनों में बेहतर कार्य संपादित करने पर प्रशंसित करते हुए अधिक बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया.


राजस्व में कमी के कारणों का लगाएं पता 


सुरपुर ने कहा कि अधिकारी अपने एसी कमरों से बाहर निकलकर फ़ील्ड में जाएं और राजस्व में कमी आने के कारणों का पता लगाएं. बैठक में जुलाई माह में किए जाने वाले एक्शन प्लान पर भी चर्चा हुई. इसके अतिरिक्त राजस्व संग्रहण के अंतर्गत आने वाले अन्य मुददों पर भी चर्चा की.समीक्षा बैठक में वित्त सचिव (राजस्व)केके पाठक और संयुक्त सचिव (कर) नम्रता वृष्णि भी मौजूद रहे. 


बेहतर कार्य पर दिया बल


इस अवसर पर पाठक ने बेहतर कार्य पर बल दिया. कहा कि जरूरी है कि अधिकारी रिप्स के विषय में अधिक से अधिक जानें और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देते हुए रोजगार का दायरा बढ़ाने पर भी काम करें. वित्त सचिव ने नवउद्यमियों को प्रोत्साहन देने पर भी बल दिया. उन्होंने कहा कि अनाज का दान करना अच्छा है लेकिन बीज का दान करना उससे भी बेहतर है. 


ऐसे में अधिकारियों का प्रयास और नई शिक्षा पद्धति मिलकर एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा दें ताकि प्रदेश में रोजगार की नई संभावनाएं तलाशी जा सकें.इस अवसर पर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त (बीआईयू)केके सिंह, अतिरिक्त आयुक्त (वैट एंड आईटी)उत्साह चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.


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