Jaipur: राजधानी में सबसे VIP इलाके सिविल लाईन्स फाटक पर बन रहे रेलवे ओवरब्रिज (ROB) का काम अब देरी से पूरा होगा. जेडीए ने जिस कंपनी को इसे बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया है उस कंपनी को जेडीए ने हटा दिया है. काम में लापरवाही बरतने और काम में देरी करने के चलते जेडीए ने ये एक्शन लिया है. 


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यही नहीं जेडीए ने कॉन्ट्रैक्टर फर्म पर 3.30 करोड़ रुपए की रिकवरी भी निकाली है. जेडीए में इस प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग कर रहे अधिकारियों ने बताया कि कंपनी ने पिछले साल नवंबर में काम बंद कर दिया. दोबारा काम शुरू करने के लिए हमने नियमानुसार तीन बार नोटिस भी दिए, लेकिन कंपनी ने काम शुरू नहीं किया. फाइनल नाेटिस का जवाब देने के लिए 13 जनवरी तक समय था, उसके बाद भी कंपनी की ओर से कोई जवाब पेश नहीं किया गया. इसके चलते आज कंपनी को डिबार कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि अब इस आरओबी को बनवाने के लिए नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया शुरू करवाई जाएगी. 


सिविल लाइन्स फाटक पर हर रोज लगने वाले ट्रेफिक जाम की समस्या से निजात के लिए यहां आरओबी बनाने की प्लानिंग की थी. इसके बाद जेडीए ने जनवरी 2021 में इसके टेण्डर किए और अप्रैल से इसका काम शुरू करवाया. इस प्रोजेक्ट का काम एमडी इंजीनियर्स एंड काॅन्ट्रेक्टर काे 36 कराेड में दिया गया. साथ ही कंपनी को ये प्रोजेक्ट डेढ़ साल में पूरा करने का टाइम दिया गया. कोविड की दूसरी लहर के कारण काम बंद हो गया, जिसके बाद इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन अक्टूबर 2022 निर्धारित की. 


इस डेडलाइन तक कंपनी ने केवल 10 फीसदी ही काम किया और उसके बाद प्रोजेक्ट बंद कर दिया. सिविल लाईन्स फाटक से जयपुर-दिल्ली, जयपुर-सवाई माधोपुर की रेलवे लाइनें गुजरती है. इसके अलावा जयपुर जंक्शन के नजदीक इस फाटक के आगे रेलवे की स्पेयर लाइनें भी बिछी है, जहां ट्रेनों की पार्किंग में उपयोग आती है. इस फाटक से हर रोज 70 से ज्यादा पैसेंजर और मालगाड़ी गुजरती है. इसके बावजूद भी इस रेलवे क्रांसिग से रोजाना 20 हजार से ज्यादा छोटी-बड़ी गाड़ियां गुजरती है. इस कारण यहां हर समय ट्रेफिक जाम की स्थिति रहती है. इसे देखते हुए फाटक पर जैकब रोड से जमनालाल बजाज मार्ग तक 17.10 मीटर चाैड़ा और 706 मीटर लम्बा ओवरब्रिज बनाने की प्लानिंग की गई.