Jaipur news: पालनहार योजना का फेस रिकॉग्निशन मोबाइल ऐप लॉन्च
Jaipur news: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने पालनहार योजना के तहत पालनहार फेस रिकॉग्निशन नवीनीकरण मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया है .अब पालनहार द्वारा स्वयं का सत्यापन और बच्चों का शैक्षणिक नवीनीकरण की सुविधा मोबाईल के माध्यम से स्वयं के स्तर पर उपलब्ध हो सकेगी.जिससे समय की भी बचत होगी.
Jaipur news: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने पालनहार योजना के तहत पालनहार फेस रिकॉग्निशन नवीनीकरण मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया है .इस दौरान सामाजिक न्याय व अधिकारिता सचिव समित शर्मा और निदेशक सामाजिक न्याय व अधिकारिता विश्राम मीना मौजूद रहे. पालनहार योजना से जुडे करीब 7 लाख लाभार्थियों के लिए राहत की खबर हैं.अब पालनहार द्वारा स्वयं का सत्यापन और बच्चों का शैक्षणिक नवीनीकरण की सुविधा मोबाईल के माध्यम से स्वयं के स्तर पर उपलब्ध हो सकेगी.जिससे समय की भी बचत होगी.
जूली ने बताया की पालनहार योजना राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना है. राज्य सरकार द्वारा 7 लाख से अधिक लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जा रहा है. योजना के तहत वार्षिक सत्यापन,नवीनीकरण की प्रक्रिया को सुलभ, सरल और त्वरित बनाये जाने के लिए वर्तमान में उपलब्ध सत्यापन-रिन्यूअल की विधियों के अतिरिक्त तकनीक का उपयोग कर पालनहार मोबाइल एप विकसित किया गया है. जूली ने बताया की पालनहार मोबाइल एप के माध्यम से वार्षिक भौतिक सत्यापन-नवीनीकरण करने के लिए एन्ड्रायड मोबाइल, एन्ड्राइड टेबलेट, मोबाइल पर पालनहार मोबाइल एप और फेस आरडी एप को इंस्टाल करना होगा.
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पालनहार मोबाइल ऐप प्रारंभ करने पर सबसे पहले मोबाईल का नंबर दर्ज कर ओ.टी.पी प्राप्त करना होगा.ओ.टी.पी. के बाद पालनहार के भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जायेगी, जिसके एक सेशन के दौरान एक से अधिक पालनहार का भी सत्यापन किया जा सकेगा. वर्तमान में पालनहार योजना के तहत प्रतिवर्ष पालनहार-बच्चों का वार्षिक भौतिक सत्यापन-नवीनीकरण करवाया जाता है जो कि एक नियमित प्रक्रिया है. वर्तमान में पालनहार पोर्टल को विभागीय और अन्य संबंधित विभागों द्वारा संचालित पोर्टल्स से लिंक कर आनलाईन वेबसर्विस (API) के माध्यम से पालनहारों, बच्चों का जनाधार, आधार नम्बर मैच करवाकर वार्षिक भौतिक सत्यापन-नवीनीकरण करवाया जा रहा है.
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पालनहार योजना के तहत जिन पालनहारों-बच्चों का वेबसर्विस के माध्यम से वार्षिक भौतिक सत्यापन नवीनीकरण नहीं हो रहा है.ऐसे प्रकरणों के लिए ई-मित्र कियोस्क केन्द्र अथवा विभाग के ब्लॉक कार्यालय पर वार्षिक भौतिक सत्यापन-नवीनीकरण करवाने का विकल्प उपलब्ध है.जिसके तहत पालनहार का बायोमैट्रिक अथवा ओ.टी.पी. के माध्यम से सत्यापन तथा बच्चों का आंगनवाडी केन्द्र से पंजीकृत-विद्यालय में अध्ययनरत होने का प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाना होता है . इस अवसर पर टीकाराम जूली ने विभागीय योजनाओं में आईटी नवाचार करते हुए योगदान देने वाले 11 कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया