Jaipur: गणेशमय हुई छोटीकाशी, मोती डूंगरी सहित अन्य मंदिरों में गूंजा गणपति बप्पा मोरिया
Jaipur News Today: गणेश चतुर्थी पर राजधानी के गणेश मंदिरों के बाहर तथा पदयात्राओं में ऐसा ही नजारा दिखा. तड़के से देर रात तक शहर के सभी हिस्सों से श्रद्धालु भगवान गणेश के दरबार में पहुंचे. विशेष योग संयोगों में गणेश चतुर्थी के पर्व पर ऐसा ही माहौल गणेश मंदिरों के बाहर आस्था का सैलाब देखने को मिला. गुलाबी थीम पर रोशनी से लकदक मंदिर की साज सज्जा को भक्तों ने अपने कैमरे में कैद किया.
Jaipur News: जय गणेश के गगनभेदी जयघोष के बीच भक्ति संगीत की धुनों पर नाचते-गाते श्रद्धालु, आंखों में भगवान गणेश के दर्शन करने की चाह.. गणेश चतुर्थी पर राजधानी के गणेश मंदिरों के बाहर तथा पदयात्राओं में ऐसा ही नजारा दिखा. तड़के से देर रात तक शहर के सभी हिस्सों से श्रद्धालु भगवान गणेश के दरबार में पहुंचे.
घरों में भी भगवान गणपति की पूजा कर उन्हें मोदक, गुड़ धानी और चूरमे का भोग लगाया. मोतीडूंगरी, ब्रह्मपुरी स्थित गढ़ गणेश, नहर के गणेश मंदिर, दिल्ली रोड पर बंगाली बाबा आश्रम स्थित गणेश मंदिर, लाल डूंगरी गणेश, ताड़केश्वर मंदिर स्थित मोटा गणेश, काला गणेश सहित सभी गणेश मंदिरों में शहनाई वादन के बीच भगवान गजानन को विशेष गोटा पत्ती की पोशाक, स्वर्ण और रजत मुकुट तथा बेशकीमती हार धारण कराए गए.
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विशेष योग संयोगों में गणेश चतुर्थी के पर्व पर ऐसा ही माहौल गणेश मंदिरों के बाहर आस्था का सैलाब देखने को मिला. गुलाबी थीम पर रोशनी से लकदक मंदिर की साज सज्जा को भक्तों ने अपने कैमरे में कैद किया. भक्तों ने कहा कि छोटीकाशी में शुरू से ही हर धर्म के लोगों की गहरी आस्था है. दिनभर सूर्यदेव की तपिश भी भक्तों को डिगा नहीं पाई. भगवान गणेश की आस्था के आगे गर्मी बेअसर दिखी. इस दौरान नगर निगम की ओर से लाइनों में भक्तों के लिए छह दमकल के जरिए पानी का छिड़काव भी करवाया.
250 से अधिक पदयात्राएं मंदिर में पहुंची
सुबह से लेकर रात तक मंदिर की चौखट से लेकर जेएलएन मार्ग पर जेडीए सर्किल के बाद तक करीब 700 मीटर तक लाइनों में भक्तों का रैला नजर आया. तख्तेशाही रोड पर रिजर्व बैंक तक और एमडी रोड पर लंबी कतार देखने को मिली. सोमवार देर रात एक बजे से भी भक्त पदयात्राओं के रूप में पहुंचे. लगभग 250 से अधिक पदयात्राएं मंदिर में पहुंची. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में सुबह चार बजे मंगला आरती से दर्शनों की शुरुआत हुई. सवा ग्यारह बजे गणपति का विशेष पूजन किया. साढ़े ग्यारह बजे श्रृंगार आरती, सवा दो बजे भोग आरती और शाम को सात बजे संध्या आरती हुई. टोंक रोड पर वाहनों का जाम लग गया. स्वर्ण मंडित चांदी के सिंहासन पर विराजे गणपति विशेष पोशाक धारण किए हुए.
स्वर्ण मुकुट और पारंपरिक नौलखा श्रृंगार रहा आकर्षण केन्द्र
शीश पर स्वर्ण मुकुट और पारंपरिक नौलखा श्रृंगार का आकर्षण का केन्द्र रहा. भगवान को लापसी, मोदक, पूड़ी, सब्जी का भोग लगाया. भक्तों को परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा. भगवान की तस्वीर के स्कैनर से देश दुनिया में लाखों भक्तों ने एक क्लिक पर दर्शन किए. स्वयंसेवक से लेकर पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग मिला.
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दर्शन के लिए पहुंची कई शख्सियतें
चुनावी साल में जाति के भेदभाव से परे रहकर राजनीतिक शख्सियतों ने भी प्रथम पूज्य के समक्ष ढोक लगाकर प्रदेश की खुशहाली की कामना की. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक रफीक खान सहित अन्य शख्सियतें देर रात तक मंदिर में पूजा अर्चना और दर्शन के लिए पहुंची.