Jaipur: पायलट-गहलोत के बीच जुबानी जंग पर बोले गुलाबचंद कटारिया, कभी भी डूब सकती है ये सरकार
राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पायलट का समर्थन करते हुए कहा कि पायलट के साथ जो भीड़ इकट्ठी हो रही है, वह उनकी सहानुभूति पर है. यह गाड़ी ऐसे ही चली तो चुनाव के एक साल पहले ही सरकार डूब सकती है.
Jaipur News: पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पेपर लीक सहित कई मुद्दों पर अपनी ही सरकार को निशाने पर ले रहे हैं. पायलट के शब्दों के बाण के जवाब में मुख्यमंत्री गहलोत इशारों ही इशारों में जवाबी तीर चला रहे हैं ?
दोनों के बीच इस जुबानी जंग में बीजेपी पायलट के पक्ष में खड़ी हो गई है.. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने तो यहां तक कह दिया कि ऐसा ही चलता रहा तो यह सरकार कभी भी डूब सकती है.
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पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट इन दिनों प्रदेश में किसान सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं. सम्मेलन में बड़ी भीड़ भी उमड़ रही है. किसान सम्मेलन में पायलट पेपर लीक सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेर भी रहे हैं. पायलट ने तितली के मामले में कहा कि पेपर बेचने वाले का मकान ढहा दिया लेकिन पेपर लीके करने ले पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. मुख्यमंत्री ने कर्मचारी संघ अध्यक्ष के सवाल के जवाब में कहा कि हमारी पार्टी के अंदर कोरोना आ गया.
इधर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पायलट का समर्थन करते हुए कहा कि पायलट के साथ जो भीड़ इकट्ठी हो रही है वह उनकी सहानुभूति पर है. यह गाड़ी ऐसे ही चली तो चुनाव के एक साल पहले ही सरकार डूब सकती है.
36 का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने बहुत कोशिश की लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट एक नही हो रहे हैं इन दोनों नेताओं में जिस तरह की दूरियां बन चुकी हैं, इससे उनके बीच 36 का आंकड़ा बन चुका है. कटारिया ने कहा कि सचिन पायलट दिल्ली नेताओं के दिए गए आश्वासन पर इतने दिन तक चुप रहे, लेकिन जब लगा कि अब केंद्र आश्वासन पर कुछ नहीं करने वाला तो उन्होंने अब सीधा फील्ड में आकर अशोक गहलोत और उनकी सरकार को डेमेज करने का काम शुरू कर दिया. कटारिया ने कहा जिस तरह की दूरियां इन दोनों नेताओं में बन चुकी है उसे अब कोई खत्म नही कर सकता.
जनता को नुकसान हो रहा
कटारिया ने कहा कि जिस तरह से दोनों नेताओं में में 36 का आंकड़ा चल रहा है, वह कांग्रेस पार्टी के लिए घातक तो है ही लेकिन जब तक ये सरकार चलेगी उसका खामियाजा राजस्थान की जनता भी उठाएगी. कटारिया ने कहा कि जो आरोप पायलट लगा रहे हैं, वही आरोप हम पहले ही लगा चुके हैं. कटारिया ने कहा आखिर ये पेपर निकलता है कहां से निकलता है. छोटे लोगों पर करवाई करने से कुछ नही होगा. असली चाबी कौन है, इस पर कार्रवाई करने की जरूरत है.
मैदान में आमने सामने हैं पायलट-गहलोत
कटारिया ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट आमने-सामने आ गए हैं और जनता का समर्थन पायलट को मिल रहा है . वो सहानुभूति का असर है. जिस तरह की भाषा का उपयोग अशोक गहलोत ने अपने साथी सचिन पायलट के लिए किया उससे पायलट के साथ ओर समर्थन जुड़ रहा है. कटारिया ने कहा कि पायलट की गाड़ी इसी तरह तेजी से चली तो बिना 1 साल के इंतजार के बीच रास्ते में कांग्रेस की सरकार कभी भी डूब सकती है.