Jaipur News:अब नगर निगम हैरिटेज क्षेत्र के रेजीडेंट्स और कॉमर्शियल क्षेत्र में बने सीवर, सेप्टिक टैं​क की सफाई करानी आसानी हो गई है.इसके लिए सीधे नगर निगम के टोल फ्री नंबर 14420 पर फोन कर सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है.


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इस नंबर पर फोन लगाने पर सेप्टिक टैंक और सीवर लाइन की सफाई होगी.हेल्पलाइन पर शिकायत आने के 24 घंटे में हेरिटेज निगम के कर्मचारी मशीन से सेप्टि​क टैंक की सफाई कराएंगे.इसके लिए आमजन से यूजर चार्ज भी लेगा.



अब आप सिर्फ टोल फ्री नंबर 14420 को डायल कर रेजीडेंट्स और कॉमर्शियल क्षेत्र में बने सीवर, सेप्टिक टैं​क की सफाई करवा सकते हैं.हेरिटेज निगम लोगों से इस सुविधा का यूजर चार्ज भी लेगा.किसी भी घर और दुकान का सेप्टिक टैंक खाली करने के लिए आठ घंटे के अधिकतम 2400 रुपए और न्यूनतम राशि 1 हजार रुपए हेरिटेज निगम को देनी होगी.नगर निगम हैरिटेज आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया की 14420 हेल्पलाइन पर शिकायत करने पर हेरिटेज निगम के प्रशिक्षित कर्मचारी मशीन के जरिए सीवर और सेप्टिक टैं​क की सफाई करेंगे.



इसके लिए निगम ने निजी सेप्टिक टैंक साफ करने वालों से भी अनुबंध किया है.इसके लिए निगम मुख्यालय में कंट्रोल रूम भी बनाया है.जहां से हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण हो सकेगा.सुराणा ने बताया की शहर में सेप्टिक टैंक की सफाई के जोखिम कम करने के लिए ही मशीन के माध्यम से सफाई पर जोर दिया जा रहा है.



समय पर सफाई के लिए निगम ने टोल फ्री नंबर जारी किया है.इसमें फोन कर जरूरतमंद सेप्टिक टैंक सफाई के लिए आवेदन कर सकते हैं.इसके बाद 24 घंटे के भीतर निगम का सफाई अमला पहुंच कर टैंक की सफाई मशीन के माध्यम से करेगा.


नगर निगम हैरिटेज आयुक्त अभिषेक सुराणा की माने तो अधिकांश जगहों पर निगम क्षेत्र में सीवर लाइन के जरिए ही सीवर का पानी निकाला जा रहा है,लेकिन कई जगहों पर वर्तमान में भी सीवरेज के लिए कई सालों पुराने सेप्टिक टैंक बने हुए है.


ऐसे में इन टैंक के भरने पर सीवर का पानी बाहर निकलने लगता है,जिससे कई संक्रमण फैलने की आशंका बन जाती है.हेरिटेज निगम में हर तीन साल में सीवर टैंक की सफाई का प्रावधान भी है.वहीं शहरवासी कई बार सफाईकर्मी को बिना किसी सुरक्षा के ही सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए नीचे उतार देते है, जिससे जहरीली गैस से जान माल का खतरा बना रहता है.साथ ही कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है.जबकि हेल्पलाइन के जरिए ​टैंक की सफाई कराने पर मशीन से ही सफाई होगी.


बहरहाल, सेप्टिक टैंक और सीवरेज की सही तरीके से सफाई को लेकर निगम प्रशासन शहर के वार्डों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे.इस कार्यक्रम के तहत यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि किसी भी व्यक्ति को सीवरेज या सेप्टिक टैंक में प्रवेश करने की आवश्यकता न पड़े.


हालांकि इसके लिए निगम प्रशासन को मॉनिटरिंग मजबूत करनी होगी.क्योंकि अक्सर देखा जाता है की हेल्पलाइन नंबर तो जारी कर दिये जाते हैं लेकिन कुछ दिनों बाद शिकायतों के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं होता हैं.नई व्यवस्था में इस स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है.  


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