Jaipur: 30 वर्षीय धौली नाम की मरीज 29 अप्रैल को पेट दर्द की शिकायत के एसएमएस अस्पताल में भर्ती हुई थी. मरीज का एक्स- रे किया गया तो रिपोर्ट में जिस हिस्से में दर्द था वहां डॉक्टर्स को एक सर्जिकल उपकरण एलिस फोरसेप्स  नजर आया. जिसकी वजह से मरीज के पेट में दर्द था. उसी रात एसएमएस अस्पताल में महिला का ऑपरेशन किया गया और उस उपकरण को बाहर निकाला गया. जो सर्जिकल उपकरण महिला के पेट से निकाला गया है उसका इस्तेमाल डॉक्टर्स ऑपरेशन करते समय भारी टिश्यू को होल्ड करने के लिए करते हैं.


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महिला का एसएमएस अस्पताल में ऑपरेशन तो कर दिया गया है और वो पूरी तरह स्वस्थ्य भी है लेकिन एसएमएस अस्पताल के डॉक्टर्स ने जो जानकारी साझा की है वो बहुत चौंकाने वाली है. उन्होंने बताया कि जयपुर के सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी अस्पताल में 20 अप्रैल को उसका पेट का ऑपरेशन हुआ था. जिसके बाद उसको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था लेकिन शनिवार शाम से महिला के पेट में दर्द होना शुरू हो गया था. जिसके बाद उसे एसएमएस अस्पताल लाया गया था. 


अभी तक डॉक्टर्स ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक महिला मरीज के ऑर्गन को सर्जिकल उपकरण ने किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया है लेकिन इस तरह के उपकरण जब पेट में छोड़ दिए जाते है तो मरीज के तेज पेट मे दर्द शुरू हो जाता है. अब सवाल यही उठते है कि आखिर महात्मा गांधी जैसे बड़े अस्पताल में एक मरीज के साथ इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई.


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