Jaipur News: प्रदेश के शराब विक्रेता आबकारी विभाग की नीतियों को लेकर परेशान हैं. दरअसल, एक तरफ तो प्रदेशभर में शरीब की दुकानों पर बीयर की कमी चल रही है. दूसरी तरफ आबकारी विभाग की मनचाही नीतियां. आरएसबीसीएल के जरिए पर्याप्त मात्रा में बीयर की सप्लाई नहीं किए जाने के चलते बीयर की किल्लत हो रही है. बीयर और कई अंग्रेजी शराब की ब्रांड नहीं मिलने से लाइसेंसियों को अपनी गारंटी पूरी करने में परेशानी हो रही है. वहीं दूसरी तरफ देश मदिरा खरीदने के लिए मदिरा विक्रेताओं को बाध्य किया जा रहा है. 


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मदिरा विक्रेताओं का आरोप है कि गंगानगर शुगर मिल की जिस मदिरा की बिक्री के लिए लाइसेंसियों को बाध्य किया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता काफी खराब है। हल्की गुणवत्ता के चलते ग्राहक भी जीएसएम की देशी मदिरा लेने से कतराते हैं। राजस्थान लिकर वैलफेयर सोसायटी ने इन समस्याओं को लेकर आबकारी विभाग को ज्ञापन दिया है। सोसायटी के प्रदेशाध्यक्ष निलेश मेवाड़ा ने बताया कि पहले जीएसएम का राइडर 15 प्रतिशत था, जिसे बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया गया है। इससे आबकारी लाइसेंसियों को बिलिंग कराने में परेशानी आ रही है।


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